अपने मजहब में जो दृढता , इस्लामी में होती है ;
इसी वजह से उनमें एकता , उनकी रक्षा होती है ।
हिंदू की,धर्म में नहीं है दृढता , इसीलिये वो बिखर रहा ;
उसकी शक्ति बन न पाती , हर मोर्चे पर फिसल रहा ।
संख्या बल में दुगना तिगुना,फिर भी कमतर अधिकार मिले
उसके हिस्से का भाग अधिकतर,मजहब वालों को ही मिले
मजहब वालों का वोट-बैंक है , शाहीन-बाग भी करते हैं ;
रोड- जाम की उनकी ताकत , सरकारें भी डरती है ।
ज्यादातर नेता व अफसर , झूठा इतिहास ही पढ़कर आये ;
खास तौर पर हिंदू- नेता , इसी से जिम्मी बनकर आये ।
स्टॉकहोम- सिंड्रोम से पीड़ित , जेहादी को आका मानें ;
अपने आका को खुश करके , अपना जीवन धन्य मानें ।
ऐसे जिम्मी नेता ,अफसर , अभी भी इस्लामी राज चलाते ;
हिंदू- धन को लूट- लूटकर , उसको जजिया में लुटवाते ।
इस्लाम को पूरा संरक्षण है , गजवा-ए-हिंद करवा देंगे ;
इसी तरह सिलसिला चला , तो जल्दी ही करवा देंगे ।
अब हिंदू को संभलना होगा , अस्तित्व पर संकट छाया है ;
सच्चा -इतिहास जानना होगा , सोशल- मीडिया लाया है ।
घर-घर में हो धर्म की शिक्षा व सच्चा -इतिहास पढ़ाओ ;
धर्म -सनातन के अमृत से , झूठ का सारा जहर मिटाओ ।
धर्म से दूर हुये थे जब तुम , तब ही सारे संकट आये ;
अब सब संकट दूर हटेंगे , हिंदू वापस धर्म में आये ।
धर्म – सनातन की अग्नि में , जिम्मीवाद जल जायेगा ;
चरित्रहीन व कायर नेता , सत्ता से हट जायेगा ।
धर्म करेगा उनकी रक्षा , जो धर्म की रक्षा करते हैं ;
अब ये चेन-रिएक्शन होगा , सारे पापी जलते हैं ।
सारे काम बाद में हों और सबसे पहले धर्म-सनातन ;
हर हालत में ये ही करना , वरना मिटेगा तन-मन-धन ।
हर हिंदू को धर्म – मार्ग पर , अनिवार्य रूप से चलना है ;
सारे संकट दूर हटेंगे , हिंदू – राष्ट्र भी बनना है ।
हिंदू – राष्ट्र बनेगा भारत , हर अन्याय खत्म होगा ;
अत्याचार मिटेगा सारा , भ्रष्टाचार खत्म होगा ।
वामी ,कामी ,जिम्मी ,सेक्युलर , सही राह पर आयेंगे ;
हजार बरस से खून पी रहे , वे अंजाम को पायेंगे ।
“वंदेमातरम-जयहिंद”
रचयिता:ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”