आज शिवशक्ति धाम डासना में बड़ी संख्या में हिंदूवादी कार्यकर्ताओं और सन्तो की बैठक हुई जिसमें 17 दिसम्बर से शिवशक्ति धाम डासना में आयोजित होने वाली तीन दिवसीय धर्म संसद पर विचार किया गया। बैठक में शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानन्द गिरी जी महाराज ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज को पत्र लिख कर शिवशक्ति धाम डासना में ब्रह्मलीन स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती जी व स्वर्गीय श्री बैकुंठ लाल शर्मा ‘प्रेम सिंह शेर ‘ जी की पावन स्मृति में शिवशक्ति धाम डासना में 17 दिसंबर 2022 को आयोजित होने वाली तीन दिवसीय धर्म संसद के लिए पुलिस व प्रशासन की गुंडागर्दी रोकने की प्रार्थना की।
जहां एक ओर मसूरी थाना पुलिस महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी को किसी भी कीमत पर धर्म संसद ना होने देने की धमकी दे चुकी है, वहीं दूसरी ओर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी सहित बड़ी संख्या में साधु संत धर्म संसद आयोजित करने पर अड़े हुए हैं।ऐसे में टकराव को टालने के लिए महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी ने योगी आदित्यनाथ जी को पत्र लिख कर उनसे यह टकराव टालने और पुलिस प्रशासन की गुंडागर्दी रोकने का निवेदन किया।
पत्र में महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को लिखा की वो उनका ध्यान सनातन धर्मावलंबियों की अंतिम शरण स्थली भारतवर्ष के तेजी से बढ़ते इस्लामीकरण की ओर दिलाना चाहते हैं।आज हर कोई अपने चारो ओर के वातावरण को देखकर यह जान सकता है की भारतवर्ष में मुसलमानो की जनसंख्या का ऐसा भयानक विस्फोट हो चुका है जिसे अब कोई भी नियंत्रित नहीं कर सकता।इस्लामिक जिहाद का यह सबसे भयानक शस्त्र केवल 2029 में भारतवर्ष के हिंदुओ से सत्ता छीन लेगा और भारत का प्रधानमंत्री किसी मुसलमान को बना देगा।
अगर परमपिता परमात्मा ने कोई बहुत बड़ा चमत्कार दिखा दिया तो यह दुर्भाग्यशाली घटना 5 साल के लिए अर्थात 2034 तक के लिये और टाली जा सकेगी।इस्लाम की धार्मिक पुस्तकों के आदेश और इसके इतिहास का आंकलन करने के बाद इस नतीजे तक पहुंचा जा सकता है की एक बार भारत का प्रधानमंत्री मुसलमान के बनने के अगले केवल 20 वर्षो में लगभग 40 प्रतिशत हिंदू पुरुषो की हत्या कर दी जाएगी,लगभग 50 प्रतिशत हिंदू पुरुष भयभीत होकर अपना धर्म बदल लेंगे और बचे हुए 10 प्रतिशत हिंदू पुरुष या तो शरणार्थी शिविरों में रहेंगे या विदेशों में रहेंगे।
ज्यादातर हिंदू महिलाओं को सामूहिक बलात्कार के बाद इस्लामिक गुलामों की मंडियों में बेच दिया जायेगा।हमारे सारे मठ मंदिर और धार्मिक स्थल नष्ट भ्रष्ट करके या तो मस्जिदों में बदल दिए जायेंगे या मकबरे बना दिए जायेंगे।इस तरह से सनातन धर्म का सूर्य हमेशा के लिए डूब जायेगा।
भारतवर्ष के अधिकतर बड़े धर्मगुरु,नेता,अफसरशाह, न्यायधीश,पत्रकार और व्यापारी इस परिस्थिति को अच्छी तरह समझ चुके हैं इसीलिए भारत की संसद में अब शायद ही कोई ऐसा सांसद हो जिसके अपने बच्चे विदेशों में अच्छी तरह से व्यवस्थित ना हो। यही स्थिति बड़े अफसरों,बड़े न्यायधीशों, बड़े व्यापारियों और बड़े पत्रकारों की है।जिस दिन भारत में इस्लाम का राज्य होगा, उस दिन ये सभी लोग देश छोड़ कर अपने परिवार के पास भाग जायेंगे।
उस दिन की तैयारी के लिए ये लोग अभी से मुस्लिमो से व्यक्तिगत रूप से मधुर संबंध बनाने में लगे हुए हैं ताकि इन्हे और इनके परिवार को यहां से सुरक्षित निकलने में कोई परेशानी ना हो।तब तक ये सभी निश्चिंत होकर यहां पैसा बना रहे हैं और सारे हिंदुओ को धर्मनिरपेक्षता के नाम पर इस्लाम का मानसिक गुलाम बनाने पर लगे हुए हैं।
आज भारतवर्ष के किसी भी धर्मगुरु, राजनेता,बुद्धिजीवी या पत्रकार में इतना साहस नहीं बचा है जो इस सत्य को खुलकर बोलना तो छोड़िए,स्वीकार भी कर सके।
केवल शिवशक्ति धाम डासना के तत्वाधान में होने वाली धर्म संसद ही अब एकमात्र ऐसा मंच बचा है जहां खुल कर भारतवर्ष के इस्लामीकरण के खतरे और उसे रोकने के उपायों पर विचार किया जाता है।आज सारी दुनिया की इस्लामिक जिहाद समर्थक शक्तियां इस धर्म संसद और हमारे अस्तित्व को मिटाने के लिए पूरी ताकत से लगी हुई हैं।ऐसे में इस देश में आपके अलावा ऐसा कोई नही है जिससे हम अपनी सहायता के लिए प्रार्थना भी कर सके।
संपूर्ण हिंदू समाज सहित मुझे भी आशा ही नहीं अपितु पूर्ण विश्वास भी है की आप समय आने पर अपने धर्म और मातृभूमि के लिए अपने प्राण तक बलिदान करने में संकोच नहीं करेंगे।आप इस समय संपूर्ण सनातन धर्म के मानने वालो की आशाओं के केंद्र हैं। मैं और मेरे सभी साथी आपके शरणागत हैं। कृपा करके 17 दिसंबर 2022 से शिवशक्ति धाम डासना में आयोजित होने वाली तीन दिवसीय धर्म संसद के आयोजन में हमारी सहायता करिए और बिना किसी उचित कारण के पुलिस और प्रशासन को गुंडागर्दी करके इस महत्वपूर्ण आयोजन को समाप्त करने से रोकिए ताकि इस्लाम के जिहाद से लड़ने वाली सबसे मुखर आवाज जबरदस्ती चुप ना करा दी जाए।हम आपको विश्वास दिलाते हैं की हम आयोजन में कोई भी असंवैधानिक कार्य नहीं करेंगे।
अगर पुलिस प्रशासन चाहे तो पूरे कार्यक्रम की वीडियोग्राफी करवा सकता है और कोई बात अगर गलत होती है तो करने वाले को विधिसम्मत दंड भी दिया जा सकता है।
इस विषय में विस्तृत चर्चा के लिए मैं अपने कुछ साथियों के साथ आपकी सेवा में उपस्थित होना चाहता हूं।इसके लिए आप अपनी सुविधा के अनुसार हमें समय देने की कृपा करें।हम सदैव आपके आभारी रहेंगे।
यह पत्र ईमेल और रजिस्टर्ड डाक के द्वारा योगी जी को भेजा गया है।