अर्चना कुमारी। मानवता को शर्मसार करती हुई लखीमपुर खीरी रेप और हत्या के मामले में पुलिस प्रशासन और परिजनों की सहमति के बाद दोनों बहनों का बृहस्पतिवार देर शाम अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने की अनुशंसा करते हुए पीड़ित के परिजनों को ₹25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता ,एक पक्का आवास एवं कृषि भूमि का पट्टा और मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में प्रभावी पैरवी कर एक माह के भीतर दोषियों को उनके कृत्य को लेकर सजा दिलाए जाने का आश्वासन दिया है ।
इसके साथ ही कुल 1 करोड रुपए की आर्थिक मदद का भी आश्वासन दिया गया। इससे पहले पुलिस प्रशासन और परिवार के बीच हुए समझौते के बाद ही अंतिम संस्कार किया गया । परिजनों ने दोनों बहनों के शवों का अंतिम संस्कार तब तक नहीं किया जब तक लिखित समझौता नहीं हो गया। क्षेत्रीय एसडीएम राजेश कुमार सिंह और एएसपी अरुण कुमार सिंह ने मृतकों के पिता को एक लिखित आश्वासन पत्र सौंपा।
जिसमें कहा गया है कि 16 लाख रुपये और परिवार के एक सदस्य को मिलेगी सरकारी नौकरी कथा एससी एसटी एक्ट के तहत दोनों बालिकाओं को आठ-आठ लाख रुपये 16 सितंबर तक बैंक में भेजे जाएंगे। इसके साथ ही परिजनों को प्रसाशनिक अफसरों द्वारा रानी लक्ष्मी बाई योजना में अभियोग की समाप्ति के तत्काल बाद धनराशि दी जाएगी।
पीड़ित परिवार को एक प्रधानमंत्री आवास दिया जाएगा तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और आर्थिक सहायता के लिए शासन को लिखा जाएगा। समझौते के बाद पीड़िता के गांव में ही जेसीबी से एक गड्ढा करवाया गया और दोनों मृतक बहनों के शवों को दफना दिया गया। इसके पहले पुलिस प्रशासन ने दाह संस्कार कराने के लिए लकड़ी भी मंगा ली थी, लेकिन परिजन इसके लिए राजी नहीं हुए।
प्रशासन का कहना है कि इस मामले को लेकर पुलिस ने 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें एक दलित और पांच मुस्लिम समुदाय के हैं।आरोपी लड़कियों को बहला-फुसला गन्ने के खेत में ले गए थे, जहां पर दुष्कर्म किया गया। सभी आरोपी आपस में दोस्त हैं। मुख्य आरोपी छोटे मौके पर मौजूद नहीं था लेकिन उसी ने सभी मुस्लिमों को इस लड़कियों से दोस्ती कराई थी। आरोपियों ने स्वीकारा है कि उन लोगों ने दुष्कर्म के बाद दोनों लड़कियों की हत्या कर इसे सुसाइड का रंग दे दिया था ।
आरोपियों में शामिल जुनैद, सोहैल, आरिफ़, हफ़ीज़, करीमुद्दीन और छोटे सभी को जेल भेज दिया गया है जबकि लखीमपुर खीरी पुलिस का कहना है कि घटना में तथ्य और ठोस सबूत बनाने के लिए पुलिस आरोपियों का डीएनए सैम्पलिंग कराएगी वहीं, आरोपियों के कपड़ों को फॉरेंसिक लैब भेजकर उसकी भी जांच कराई जाएगी। गौरतलब है कि लखीमपुर खीरी में दो बहनों को बलात्कार के बाद पेड़ से लटका कर हत्या कर दी गई थी और इस मामले में एक आरोपी को तो एनकाउंटर के बाद पकड़ा गया ।