आईएसडी नेटवर्क। बॉलीवुड की सुपरस्टार दीपिका पादुकोण नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को दो दिन तक चकमा देने के बाद गुरुवार देर रात अपने अभिनेता पति रणवीर सिंह के साथ गोवा से मुंबई पहुंची। एयरपोर्ट से निकलकर कार तक पहुंचने तक रणवीर और दीपिका असहज दिखाई दे रहे थे। दीपिका से शुक्रवार को होने वाली पूछताछ टलने के बाद शनिवार को उन्हें एनसीबी के ऑफिस में पेश होना होगा। गुरुवार देर रात पहुँचने के बाद उनका कोरोना टेस्ट नहीं हो पाया था, इस कारण शुक्रवार को होने वाली पूछताछ टाल दी गई।
रकुल प्रीत सिंह को गुरुवार को एनसीबी के सामने पेश नहीं हुई। उन्होंने मीडिया से कहा कि उन्हें न हैदराबाद में समन प्राप्त हुआ न मुंबई में। इस बारे में एनसीबी की ओर से कहा गया है कि रकुल को फोन व ईमेल के जरिये सूचना दे दी गई थी। अंततः रकुल प्रीत सिंह शुक्रवार को पेश होंगी।
उनके साथ दीपिका पादुकोण की मैनेजर करिश्मा प्रकाश से भी पूछताछ की जाएगी। सारा अली खान और श्रद्धा कपूर से शनिवार को एनसीबी पूछताछ करेगी। इस बीच करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन के कार्यकारी निर्माता क्षितिज रवि को एनसीबी ने समन जारी कर दिया है। क्षितिज रवि से पूछताछ के बाद ड्रग्स केस में गहरे फंसे करण जौहर की मुसीबतें और बढ़ सकती है।
दीपिका पादुकोण को लेकर ख़बरें आ रही हैं कि उन्होंने करिश्मा प्रकाश पर पूछताछ में शामिल होने के लिए दबाव डाला था। दीपिका ने जया शाह और करिश्मा प्रकाश को इसके लिए दोषी बताया है। रिया चक्रवर्ती और उसके भाई शौविक को कोर्ट से राहत नहीं मिल पा रही है। गुरुवार को दोनों की जमानत याचिका खारिज करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट ने इन्हें 6 अक्टूबर की न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दे दिए।
रिया के वकील ने ये दलील दी कि ड्रग्स मामलों में एनसीबी को जाँच का अधिकार नहीं है, इसलिए ये जाँच सीबीआई को दी जानी चाहिए। ये ध्यान देने वाली बात है कि रिया के वकील सीबीआई को जाँच में क्यों चाहते हैं। क्या सीबीआई की पूछताछ में रिया से सख्त पूछताछ नहीं की गई थी।
सुशांत सिंह राजपूत हत्या केस में सीबीआई ने कोई डेवलपमेंट नहीं दिखाया है। एक माह की जाँच से अधिक हो गया लेकिन सीबीआई ने न अपनी जाँच के बारे में देश को कुछ बताया है बल्कि विसरा रिपोर्ट के बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर रही है।
उल्लेखनीय है कि ये जाँच रिपोर्ट चार दिन पूर्व आने वाली थी। सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब (CSFL) के सूत्रों ने जानकारी दी है कि सुशांत की मौत मामले में हत्या के कोई सबूत नहीं मिले हैं। इस बारे में जाँच एजेंसी जल्द ही औपचारिक घोषणा कर सकती है।
यदि सीबीआई इसे आत्महत्या घोषित करती है तो ये केस पूरी तरह ड्रग्स मामलों से संबंधित हो जाएगा और शायद सीबीआई की इस केस में कोई आवश्यकता नहीं रह जाएगी। इसके बाद सिद्धार्थ पिठानी, दीपेश सावंत, संदीप सिंह जैसे संदिग्धों की इस केस से रिहाई की संभावना बन सकती है। उन पर ईडी और एनसीबी के केस चल सकते हैं लेकिन वे सीबीआई के राडार से बाहर हो जाएंगे। दिशा सालियान केस में एक माह से फरार रोहन रॉय की लोकेशन भी अब तक नहीं मिल सकी है।