बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और दिलजीत दोसांझ के बीच ट्विटर बार में अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह का नाम आया। यह वही शख्स है जिस का कहना है कि प्रत्येक सिख खालिस्तान चाहता है। सिख न तो भारत में और न ही पाकिस्तान में सुरक्षित है। मेघालय की राजधानी शिलांग में बसे सिखों को उजाड़ा गया, मध्य प्रदेश में भी सिखों के घरों को तोड़ दिया गया। पाकिस्तान में सिखों को कत्ल किया जा रहे है।
पाकिस्तान छोड़ने की धमकियां दी जा रही हैं। इस प्रकार के हालात में किसी भी सरकार से न्याय की उम्मीद नहीं है। उन्हें नहीं लगता कि पूरी दुनिया में सिखों को कभी इंसाफ मिलेगा। इस जत्थेदार ने पाकिस्तान में हो रहे सिख पर जुल्म के बारे में तो सही बोला लेकिन भारत में 1984 के कांग्रेस शासित दंगे की बात छोड़ दे तो जत्थेदार साफ झूठ बोल रहा ।
आतंकी भिंडरावाले की मौत पर भव्य बरसी कार्यक्रम आयोजित करने वाले इस जत्थेदार के बारे में इसी साल जून महीने में लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से आग्रह किया था कि अकाल तख्त जत्थेदार हरप्रीत सिंह और गायकों दिलजीत दोसांझ और जज़ीज़ी बैंस के खिलाफ एक्शन लिया जाए क्योंकि तीनों मिलकर खालिस्तान की मांग करने वाले सिख फॉर जस्टिस के सरगना गुरपतवंत पन्नू का समर्थन करते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते और कांग्रेसी सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा था कि गुरपतवंत पन्नू के द्वारा चीन को लिखे गए पत्र में कहा गया है कि वे चीन के साथ “सहानुभूति” रखते हैं और हिंसक चेहरे के लिए भारत की निंदा करते हैं। सांसद ने सवाल उठाया था कि हमारे सैनिकों को मारने के लिए चीन के साथ खालिस्तानी क्यों सहानुभूति रखते हैं ,
वह भारतीय सैनिक जिनके दाह संस्कार के लिए पंजाब सहित भारत में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया चल रही है, वह पंजाब राज्य जहां से 4 युवा सिख सैनिकों ने भारत की रक्षा करते हुए अपनी जान गंवाई थी?” पूरा देश और पंजाब राज्य हमारे युवा सैनिकों की मौत पर शोक व्यक्त कर रहे हैं, लेकिन ये चरमपंथी अपने हत्यारों के साथ सहानुभूति रखते हैं, अपने चरमपंथी एजेंडा पर आगे की वार्ता के लिए चीन को स्वयं आमंत्रित कर रहे हैं और भारत और पंजाब की शांति को बिगाड़ने के लिए चीन का समर्थन कर रहे हैं,।
बिट्टू ने कहा था कि इस दिशा में खालिस्तानी समर्थक सिख फॉर जस्टिस जो पहला कदम उठा रहे हैं, वह सामूहिक रूप से भारतीय सेना में सिख सैनिकों को लालच देकर सेना को धोखा देने और 5000 अतिरिक्त वेतन के लिए खालिस्तान बल में शामिल होने का है। साथ में उन्होंने यह भी कहा, ‘मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि हमें पंजाब के अपने बेटों पर गर्व है और दुनिया में इतनी संपत्ति नहीं है कि भारत के लिए अपने प्राणों की आहुति देने के लिए अपनी आत्मा को बदल सकें, अकेले भारतीय सेना को धोखा दें। यह वही संगठन है जो खालिस्तान की मांग करता है और हाल ही में अकाल तख्त के जत्थेदार हरप्रीत सिंह, गायक दिलजीत दोसांझ और जज़ी बैंस ने इसका समर्थन किया है और मैं इसका निंदा करता हूं।
उन्होंने सुखबीर सिंह बादल, हरसिमरत कौर बादल और बिक्रम सिंह मजीठिया से भी सवाल किया कि उन्हें जत्थेदार के संबंध में अपने रुख के बारे में सफाई देनी चाहिए। “क्या उसके समर्थन में हैं? अभी भी बहुत देर नहीं हुई है। मैं उनसे आग्रह करता हूं कि वह आगे आएं और इस आग को फैलने से पहले ही रोक दें। दरअसल कांग्रेसी सांसद के इस ट्वीट का जिक्र कंगना रनौत और पंजाबी सिंगर दिलजीत दोसांझ के बीच ट्वीट वॉर में हुआ है। दोनों ही सितारे एक दूसरे पर जमकर हमला बोले और दिलजीत ने कंगना के एक ट्वीट पर कहा, कोई बात बन रही है तेरी, हमें पता है तू राजनीति में आना चाहती है।
लेकिन किसी बात के सिर पैर तो हों। बात सिर्फ किसानों की हो रही है और तू हमारी माताओं के लिए भौंक रही है। अब भाग मत, जिस फिल्म की बात तू कर रही है, उसे नेशनल अवॉर्ड मिला है। दिलजीत ने यह जवाब कंगना के उस ट्वीट पर दिया है, जिसमें कंगना ने लुधियाना सांसद रवनीत सिंह बिट्टू का ट्वीट टैग किया। कंगना ने इस ट्वीट में कहा, ये पंजाब के रूलिंग पार्टी लीडर हैं। जो इन आतंकवादियों की पोल खोल रहा है। दादी को बिना मतलब खींचकर अपना एजेंडा चलाना चाहते हैं।
टुकड़े गैंग तुम्हें शर्म आनी चाहिए। बिट्टू के इस ट्वीट में दिलजीत दोसांझ, जैजी बी और हरप्रीत सिंह का नाम है। बिट्टू ने पंजाब के मुख्यमंत्री से इनके खिलाफ खालिस्तानियों का समर्थन करने पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की थी । इस विवाद की शुरुआत कंगना के उस ट्वीट के बाद हुई जिसमें कंगना ने किसान आंदोलन में भाग लेने वाली दादी को 100 रुपए लेने वाली बताया था। कंगना ने जो ट्वीट पहले किया था, उसमें बिलकिस बानो की तस्वीर नहीं, बल्कि महिंदर कौर की तस्वीर थीं। जिसे कंगना ने 100 -100 रूपए में प्रोटेस्ट करने से जोड़ दिया था।
इस पर दिलजीत दोसांझ ने कंगना रनौत को टैग करते हुए ट्वीट किया, ये लोग प्रूफ। बंदा इतना भी अंधा नहीं होना चाहिए। बस फिर क्या था…दिलजीत और कंगना के बीच छिड़ गया युद्ध। इस ट्वीट के बाद कंगना दिलजीत पर बुरी तरह भड़क गईं। फिर दिलजीत भी कहां मानने वाले थे। पंजाबी में ट्वीट करके उन्होंने भी कंगना को आड़े हाथों ले लिया। इस ट्वीट बार के चलते दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कंगना रनौत को नोटिस भेजा है जबकि दिलजीत ,पंजाबी सिंगर जैजी बैंस और अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किए जाने की मांग कई बार उठ चुकी है।
आरोप है कि तीनों खालिस्तान का समर्थन करते हैं। देश से बाहर बैठकर आतंकी गतिविधियां चलाने के आरोपी गुरपतवंत सिंह पन्नू की तरफ से की गई आपत्तिजनक पोस्ट को शेयर करते हैं । जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, पंजाबी गायक जैजी बैंस व दिलजीत दोसांझ सिख नौजवानों को उकसाने जैसी बातें सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहे हैं ।