कांग्रेस वाकई पतित पार्टी बन चुकी है। पूरे देश में हार रहे हैं, लेकिन अभी भी सबक सीखने को तैयार नहीं हैं!
1) अधम सोच वालों की अधम पार्टी कांग्रेस आज फिर से लोकसभा से वॉक आउट कर गयी है। 2014 से ही कांग्रेस लोकसभा से वॉक आउट कर रही है, जिसे देखते हुए जनता उसे देश से बाहर कि रास्ता दिखाने में लगी है और ये अभी भी सीखने को तैयार नहीं।
2) गोवा चुनाव परिणाम आए तीन दिन हो गये, लेकिन कांग्रेस ने अभी तक राज्यपाल से मिलने तक का वक्त नहीं मांगा। आज मजबूरी में मांगा है।
3) राजनीति की लड़ाई कभी अदालतों में नहीं जीते जाते, लेकिन क्या करें कांग्रेस तो काले कोटों वाली की पार्टी है! सुप्रीम कोर्ट गये हैं, जबकि संविधान में स्पष्ट रूप से यह राज्यपाल के विवेकाधिकार पर छोड़ा गया है।
4) अभी सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है। सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस को फटकार लगाते हुए कहा है कि अभी तक आपने सरकार बनाने का दावा क्यों नहीं किया है? सुप्रीम कोर्ट ने गोवा में पारिकर को जल्द से जल्द बहुमत साबित करने को कहा है। सुप्रीम कोर्ट ने गोवा के राज्यपाल को निर्देश दिया है कि वह 15 मार्च तक सारी प्रक्रिया पूरी कर पारिकर सरकार को 16 मार्च को बहुमत साबित करने को कहे।
5) सुप्रीम कोर्ट ने जनभावना के विपरीत और शायद संविधान को ताक पर रखकर उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनवाई थी, लेकिन दोनों राज्यों में क्या हुआ?
6) अरुणाचल के पूर्व मुख्यमंत्री खांडु का सुसाइड नोट पढ़ लीजिए, सुप्रीम कोर्ट के बड़े जजों पर आरोप लगाया है कि उनकी सरकार बहाल रखने के लिए करोड़ों रुपये मांगा था और जब नहीं दिया तो कांग्रेस की सरकार बहाल कर दी।
7) सुप्रीम कोर्ट के जजों को भी यह समझ जाना चाहिए कि वह इस देश और देश की जनता से ऊपर नहीं है।
8) कांग्रेस जितनी जल्दी यह समझ ले कि काले कोट वालों की अदालत में नहीं, उसे जन अदालत में खुद को साबित करना है, उसी दिन वह जीतने लगेगी।