सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा प्रवक्ता और वरिष्ट वकील अश्विनी उपाध्याय की अर्जी को स्वीकार करते हुये उन्हें समान नागरिक संहिता मामले में पक्षकार बना लिया है, और बहस करने की अनुमति भी दे दिया है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर 12 दिसंबर को सुनवाई होगी।
ज्ञात हो कि पिछले वर्ष अक्टूबर में सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूंछा था कि वह समान नागरिक संहिता लागू करना चाहता है या नहीं? बाद में सरकार ने यह मामला विधि आयोग को सौप दिया था और विधि आयोग इस विषय पर जनता की राय की राय ले चुका है। यह भी एक आश्चर्य की बात है कि चीफ जस्टिस टी एस ठाकुर ने पिछले वर्ष समान नागरिक संहिता पर उपाध्याय की जनहित याचिका खारिज कर दिया था लेकिन अब उन्हें पक्षकार बनकर बहस करने की अनुमति दे दिया है!
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