आईएसडी नेटवर्क। सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध हत्या में रिया चक्रवर्ती और उसका परिवार शुरू से ही ईडी और सीबीआई के रडार पर है। लंबी पूछताछ के बाद भी प्रवर्तन निदेशालय को रिया, उसके पिता, उसकी माँ, शौविक, सिद्धार्थ से पूछताछ में कुछ भी हासिल नहीं हुआ है। इन लोगों ने न केवल पूछताछ में असहयोग किया, बल्कि इलेक्ट्रानिक डिवाइसेज से डाटा क्लीन करने का आरोप भी इन पर लगाया गया है।
इस बीच खबर आई है कि बुधवार सुबह 11 बजे सुप्रीम कोर्ट इस बात का फैसला सुनाएगा कि सीबीआई सुशांत प्रकरण की जाँच करेगी या नहीं। वैसे इस मामले में एफआईआर दर्ज करके सीबीआई अनौपचारिक रूप से जाँच पहले ही शुरु कर चुकी है।
बुधवार की सुबह जस्टिस हृषिकेश राय के बेंच इस बात का फैसला करेगी कि सुशांत सिंह राजपूत की संदिग्ध हत्या की जाँच सीबीआई को सौंपी जाए या नहीं। इससे पहले बिहार सरकार की ओर से आए वकील ने कहा कि राजनीतिक दबाव के चलते अब तक केस ही दर्ज नहीं किया गया है। महाराष्ट्र सरकार की ओर से आरोप लगाया गया कि बिहार में चुनाव है, इस कारण इस मामले का राजनीतिकरण किया जा रहा है। रिया चक्रवर्ती की केस ट्रांसफर करने के फैसले को सुप्रीम कोर्ट ने कल तक के लिए सुरक्षित रख लिया था।
सुप्रीम कोर्ट में सुशांत के पिता के के सिंह ने भी हलफनामा दायर किया है। इसमें उन्होंने मुंबई पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है। सुशांत के पिता ने मांग की है कि सीबीआई ही इस केस की जाँच करे। केंद्र सरकार के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि मुंबई पुलिस ने बिना एफआईआर 56 लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया।
मुंबई पुलिस कानून का पालन नहीं कर रही है। इस केस में बहुत सारे सवाल हैं, जिनके जवाब मुंबई पुलिस नहीं दे सकी है। मुंबई पुलिस से कहीं सटीक अनुसंधान तो मीडिया ने किया। मीडिया ने गवाह और सबूत भी जुटा लिए लेकिन एफआईआर फिर भी दर्ज नहीं की गई।