बॉलीवुड जेहादी दुनिया का , सारा भांडा फूट गया ;
सुशांत सिंह की जान का सदका,जेहादी एजेंडा टूट गया ।
बॉलीवुड की राष्ट्र – विरोधी , फिल्में कोई न देखेगा ;
कश्मीर की फाइल जैसी फिल्में ही , अब दर्शक देखेगा ।
सच्चाई में बड़ी शक्ति है , हर हाल में ऊपर आना है ;
पापी – दुनिया बॉलीवुड की , गड्ढे में गिर जाना है ।
ताले लगवाओ बॉलीवुड में, अब इसका कोई काम नहीं ;
दक्षिण भारत की सुंदर फिल्में,इनके बिना कोई शाम नहीं।
दुनिया भर की फिल्मी दुनिया , सबसे घटिया बॉलीवुड ;
धर्म-संस्कृति देश की अपनी , जिसका दुश्मन बॉलीवुड ।
भरे हुये गद्दार यहां पर , राष्ट्रद्रोह करते रहते हैं ;
जिस थाली में खाना खाते , छेद उसी में करते हैं ।
इनकी फिल्में देख – देख कर , पूरी पीढ़ी बर्बाद हुयी ;
वामी ,जिम्मी, सेक्युलर बनकर , धर्म से अपने दूर हुयी ।
अधकचरे ऐसे लोगों से , सारे तंत्र प्रदूषित हैं ;
शिक्षा ,मीडिया ,राजनीति सब , पूरी तरह से दूषित हैं ।
पर कब तक रहती रात अंधेरी?आखिर सुबह तो आना है;
बॉलीवुड की किस्मत खोटी, सुशांत का असमय जाना है ।
सुशांत की हत्या की साजिश में , बॉलीवुड का पूरा हाथ ;
सरकारी संरक्षण इसको, पर कब तक देगा इसका साथ ?
ऐसे बेगुनाह की हत्या , रंग अवश्य ही लायेगी ;
बॉलीवुड के साथ-साथ , दोषी – सरकारें भी जायेगीं ।
उदय हो रहा न्याय का सूरज , यूपी-आसाम में आया है ;
बहुत दूर नहीं है वो दिन , जब पूरे देश में छाया है ।
न्याय का सूरज जब छायेगा , पूरा देश प्रकाशित होगा ;
कोई कातिल नहीं बचेगा , इंसाफ सुशांत भी पायेगा ।
जितने अत्याचार हुये हैं , अब तक अपने देश में ;
उन सबका हिसाब भी होगा , जितने पाखंडी देश में ।
तुष्टीकरण बढ़ाने वाले , झूठा -इतिहास पढ़ाने वाले ;
इन सबका हिसाब होना है, अल्पसंख्यकवाद बढ़ाने वाले ।
कोई नहीं अब माफी होगी , सद्गुण विकृत नहीं रहेगी ;
जिस कारण हम हारते आये, वो गलती दुरुस्त अब होगी ।
जितने कातिल, बर्बर ,हत्यारे , सबको दंड दिलाना है ;
जहां न्याय का शासन होगा , वो हिंदू-राष्ट्र बनाना है ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”
रचनाकार : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”