अर्चना कुमारी। पहलवान सागर हत्याकांड को लेकर घटना के चश्मदीद सोनू महाल ने कुछ राज पर्दाफाश किए । उसके अनुसार ओलंपियन सुशील पहलवान सागर से जलता था, इस वजह से उसने उसकी सोची समझी साजिश के तहत हत्या करवा दी। सागर की हत्या का कारण किसी प्रकार का प्रॉपर्टी विवाद नहीं, उसकी निरंतर मिलती कामयाबी थी।सागर जूनियर चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीत चुका था जबकि वह बहुत अच्छा रेसलर था।
इसके चलते सुशील को लगता था कि सागर उससे आगे निकल जायेगा और उसने उसकी हत्या करवा दी। सागर के दोस्त और एक गैंगस्टर के रिश्तेदार सोनू महाल ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि सुशील के जिस फ्लैट को लेकर विवाद बताया जा रहा है, वह सागर ने मार्च महीने में ही खाली कर दिया था। बहरहाल इस आरोपों के तहत क्राइम ब्रांच मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है।
इस बीच पहलवान सागर की हत्या मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया । आरोपी की पहचान अनिरुद्ध के रूप में हुई है। पुलिस का दावा है कि यह भी कथित मारपीट की घटना में शामिल था। उसे बृहस्पतिवार को दिल्ली में गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस को अब तक की जांच में पता चला है कि पहलवान सागर हत्याकांड में 13 लोग शामिल थे।
इन 13 में से दस को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि फरार तीन की तलाश जारी है । इस हाई प्रोफाइल चर्चित हत्याकांड में अब तक मुख्य आरोपी ओलंपिक पदक विजेता अंतर्राष्ट्रीय पहलवान सुशील कुमार और उसके साथी अजय बक्करवाला उर्फ मास्टर, प्रिंस, भूपेंद्र, मोहित, गुलाब, मंजीत, रोहित करोर और विजेंदर उर्फ बिंदर समेत कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
पहलवान सुशील पर पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था, जबकि अजय पर 50 हजार का इनाम था। पुलिस सूत्रों का दावा है,सागर हत्याकांड मामले में अबतक कई खुलासे हो चुके हैं लेकिन सनसनीखेज खुलासा सोनू महाल ने किया। उसके अनुसार सागर पहलवानी की दुनिया में नाम कमा रहा था और यह कामयाबी ओलंपियन सुशील कुमार पच नहींं रहा था।
सुशील नहीं चाहता था कि सागर पहलवानी की दुनिया में आगे बढ़े और उसने सागर की हत्या करवा दिया। वारदात के समय वह 25 से ज्यादा बदमाशों को हथियार सहित लेकर मौके पर आए थे जबकि इस पूरे मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध है । उसने दिल्ली पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए, उसका कहना है कि पुलिस सुशील को बचाने का काम कर रही है जबकि सागर पुलिसवाला का बेटा था