बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री तथा राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के खिलाफ संपत्ति अनियमितता का मामला खत्म ही नहीं हो रहा। हर छह महीने या साल भर के अंतराल पर उनके खिलाफ कोई न कोई नया मामला उजागर हो जाता है। नया मामला टाटा से जमीन लेने का खुलासा हुआ है। ये खुलासा कोई और नहीं बल्कि बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने किया है। मोदी इससे पहले भी लालू यादव की संपत्ति और भ्रष्टाचार के कई खुलासे कर चुके हैं। इस बार उन्होंने खुलासा किया है कि जब लालू यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी प्रदेश के मुख्यमंत्री थे उस समय दोनों ने टाटा की मदद कर पॉश इलाके की जमीन कौड़ियों के भाव ले ली थी। उन्होंने कहा है कि लालू और उनके परिवार ने यह जमीन सेल कंपनियों के माध्यम से खरीदी थी।
दूसरी तरफ जब टाटा और लालूयादव के बीच घोटाले का यह धंधा चल रहा था, उस समय टाटा ग्रुप के चेयरमैन रतन टाटा (1991-2012) ही थे! इसलिए सवाल रतन टाटा से भी पूछे जाएंगे कि क्या टाटा ग्रुप भी अन्य कारपोरेट की तरह शेल कंपनियों और बेनामी लेन-देन के जरिए ही आज तक आगे बढ़ता रहा है?
सवाल
* आखिर टाटा ने क्यों एक बीमार और झूठी कंपनी के हाथों बेची पटना के पॉश इलाके के करोड़ों की जमीन?
* कैसे लालू के पारिवारिक सदस्य जमीन खरीदने के दस साल बाद उस बीमार कंपनी के बने निदेशक?
* क्या लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को आगे आकर इस पर नहीं देनी चाहिए सफाई?
* क्या उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को दिमागी रूप से दिवालिया कह कर उन पर लगे आरोप खत्म हो जाएंगे ?
सुशील मोदी ने अपने आरोप के साथ वह साक्ष्य भी पेश किया है जिससे उनके आरोप में दम तो लगता है। उन्होंने जमीन की बिक्री दस्तावेज पेश किया है। इसके मुताबिक पटना हवाई अड्डे के पास राइडिंग रोड स्थित 7105 स्क्वायर फिट जमीन पर बना दो मंजिला घर ‘फेयरग्लो होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड’ के नाम से साला 2002 में रजिस्ट्री है। ध्यान रहे कि उस समय बिहार की मुख्यमंत्री राबड़ी देवी थीं। मोदी ने आरोप लगाया है कि यह छठी सेल कंपनी है जिसके माध्यम से लालू प्रसाद के परिवार ने बेनामी संपत्ति अर्जित की है। अभी तक बेनामी संपत्ति अर्जित करने की प्रक्रिया एक जैसी ही है। सभी जमीनें बीमार कंपनियों के माध्यम से खरीदी गई है। इन सारी कंपनियों की हालत तब तक एक जैसी दिखी है, जब तक लालू यादव के परिवार का कोई सदस्य निदेशक नहीं बन जाता। तब तक उस कंपनी का ना कोई टर्नओवर होता है न कोई कर्मचारी होता है ना कोई व्यवसाय होता है।
Annexure 2 : Highlights of Press Conference held today (30.04.2018) – "टाटा स्टील की संपत्ति के भी मालिक तेजस्वी" pic.twitter.com/IDOVS1IQ9F
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 30, 2018
मोदी ने सवाल किया कि आखिर तेजस्वी यादव, तेज प्रताय यादव और उनकी बहन रागिनी यादव कैसे उस मरणासन्न कंपनी के निदेशक बन गए। बिक्री दस्तावेज के मुताबिक लालू यादव के परिवार ने पटना के पॉश इलाके की वह जमीन टाटा स्टील कंपनी के प्रतिनिधि कंपनी टिसको (TISCO), जिसके मुख्य प्रशासनिक अधिकारी प्रभात सिन्हा थे से खरीदी। मोदी ने यह भी कहा कि लालू यादव की दो बेटियों मीसा भारती तथा रोहिन आचार्या का दाखिला टाटा के कोटा से ही टाटा मेडिकल कॉलेज, जमशेदपुर में हुआ था। इतना ही नहीं आरजेडी के पूर्व मंत्री इलियास हुसैन तथा पूर्व एमएलसी अनवर अहमद की बेटियों का भी एडमिशन टाटा के कोटा से हुआ था।
Why TISCO sold their prime property in Patna to a shell co which later was transferred to Tejaswi ?Why lalu’s 2 daughters were admitted in Tata medical college Tata on Tata quota?
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 30, 2018
सुशील मोदी ने पहली बार लालू प्रसाद यादव और उनके परिवार पर भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगाएं है। लेकिन खास बात ये है कि उन्होंने जितने भी आरोप लगाए हैं उनमें से अधिकांश सही निकले हैं और लालू यादव के परिवार की मुश्किलें बढ़ी हैं। लेकिन मोदी ने इस बार टाटा को लेकर जो आरोप लगाया है उसको लेकर टाटा ग्रुप की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं आई है। इस मामले में जब सुशील मोदी से पूछा गया कि इस समय तो केंद्र और राज्य दोनों में एनडीए की सरकार है, ऐसे में इस मामले की जांच क्यों नहीं करवाई गई? इस प्रश्न के जवाब में मोदी ने कहा कि इस मामले में लालू के परिवार का कुछ बोलना अच्छा रहेगा, क्योंकि वही तो उस संपत्ति के मालिक हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आयकर विभाग को टाटा से इस बारे में पूछना चाहिए कि आखिर उन्होंने अपनी संपत्ति एक सेल कंपनी के हाथ क्यों बेची?
Tejaswi now a proud owner of prime Tata’s 2 storied bldg of 5400; sq ft in Patna.Congrats to Tejaswi for having more then 30 properties at the age of 30 without any job.
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 30, 2018
सुशील मोदी ने खुद भी टाटा से सवाल किया है कि आखिर उन्होंने पटना स्थित इतने प्राइम लोकेशन की जमीन कौड़ियों के भाव किसी झूठी और बीमार कंपनी के हाथ क्यों बेची? इसके साथ ही उन्होंने यह भी सवाल किया है कि आखिर कैसे जमीन बिकने के दस साल बाद लालू प्रसाद यादव के बेटे और बेटी उस बीमार कंपनी के निदेशक बन गए? मुख्य सवाल यही है जो आने वाले समय में लालू प्रसाद यादव के परिवार के लिए एक बार फिर मुश्किल का सबब बन सकता है।
Tejaswi family acquired TISCO ‘s prime property of 2 storied 5400 sq ft bldg using shell co.Fairgrow in 2002 when Rabri was CM.But register showing TISCO still owner of bldg. to confuse people.1/2
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 30, 2018
सुशील मोदी के इस नए आरोप पर लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने कोई सफाई नहीं दी है बल्कि आरजेडी के विधायक और प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने मोदी को दिमागी रूप से दिवालिया जरूर बताया है। मोदी के आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा सुशील मोदी प्रदेश में घटिया राजनीति करने पर उतर आए हैं।
URL: sushil modi alleges Lalu deal with Tata
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