अर्चना कुमारी। पहलवान सागर हत्याकांड को लेकर पकड़े गए ओलंपियन सुशील कुमार जेल पहुंचने के बाद रात भर करवटें बदलते रहे और उसे नींद नहीं आई। सागर की हत्या के मामले में गिरफ्तार सुशील कुमार और उसका दोस्त अजय कुमार बुधवार देर रात कोर्ट के आदेश पर मंडोली जेल भेजा गया। तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल का कहना है पुलिस टीम ने आदेश की कॉपी के साथ सुशील और अजय को मंडोली जेल छोड़ा।
उसे जेल संख्या 15 में फिलहाल रखा गया है। इस बीच जेल सूत्रों ने बताया कि जेल में पहली और दूसरी रात को वह डर के मारे ठीक से सो नहीं पाया। सुरक्षा कर्मियों ने रात भर उसे करवट बदलते हुए देखा । बताया जाता है कि इसी जेल में उसका दुश्मन लारेंस बिश्नोई भी बंद है और इसके रिश्तेदार सोनू को भी सागर हत्याकांड के समय पीटा गया था।
ज्ञात हो कि सागर हत्याकांड के मुख्य आरोपी सुशील और उसके साथी अजय को पुलिस ने स्पेशल सेल ने मुंडका से 23 मई को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के लिए पुलिस ने उन्हें 10 दिन के रिमांड पर लिया था, जिसकी अवधि बुधवार को समाप्त हो गई। पुलिस ने दोनों को कोर्ट के समक्ष पेश कर एक बार फिर उसकी तीन दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने उनकी मांग को खारिज कर सुशील और अजय को जेल भेज दिया था ।
बताया जाता है कि मंडोली जेल संख्या 15 में सुशील और अजय को फिलहाल रखा गया है, जहां उसे क्वारन्टीन किया गया है। कुछ दिन की अवधि बीतने के बाद यह तय किया जाएगा कि उसे किस जेल तथा बैरक में स्थाई तौर पर में भेजना है। पुलिस सूत्रों की माने तो हाल ही में काला जठेड़ी-लारेंस बिश्नोई के खिलाफ स्पेशल सेल ने मकोका के तहत केस दर्ज किया है।
इस मामले में फरार चल रहे काला जठेड़ी के साथी लारेंस बिश्नोई और उसके कुछ साथियों को स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में रिमांड अवधि खत्म होने पर उन्हें भी मंडोली जेल भेजा गया है। काला जठेड़ी के ममेरे भाई सोनू महाल को भी सुशील ने पीटा था। इसके चलते उसने काला जठेड़ी-लारेंस बिश्नोई गैंग से अपनी जान को खतरे की आशंका भी जताई थी।
सूत्रों की मानें तो मामले की जांच में जुटी क्राइम ब्रांच यह पता लगा रही है कि गिरफ्तार सुशील क्या आपराधिक गतिविधियों में भी लिप्त था और वह प्रॉपर्टी विवाद के मामलों में लिप्त था। सूत्रों की तो क्राइम ब्रांच को अभी तक की जांच में ऐसी कुछ जानकारी मिली है, जिनके अनुसार सुशील आपराधिक गतिविधियों में लिप्त था, लेकिन इस बाबत कोई साक्ष्य उन्हें नहीं मिला है।