स्वरा भास्कर जैसी बी- ग्रेड अभिनेत्रियों से और क्या उपेक्षा कर सकते है? जेएनयू से निकला वामपंथी प्रोडक्ट जब भी मुंह खोलेगा उलटी ही करेगा। उसी जेएनयू की एक्स-प्रोडक्ट स्वरा भास्कर का संघ को लेकर किया गया ट्वीट उसकी जेएनयू छाप वामपंथी सोच का परिणाम है जो जाकिर नायक से संघ की तुलना करने लगी। स्वरा ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “जाकिर नायक एक घृणित साम्प्रदायिक पक्षपाती की तरह बोलते हैं सभी संघी और साम्प्रदायिक मौलानाओं को एक साथ किसी सुनसान जगह पर छोड़ देना चाहिए। जहाँ वो एक दूसरे को ख़तम कर सकते हों! इसके बाद हम सब को इनसे छुटकारा मिल जाएगा।”
#ZakirNaik sounds like an odious communal bigot. All the Sanghis & communal maulanas should be dumped together in some godforsaken place so they can finish off each other. That will be good riddance for us all! https://t.co/A4LaIY62zD
— Swara Bhasker (@ReallySwara) July 24, 2018
स्वरा भास्कर बॉलीवुड में अपने आकाओ को खुश करने करने के लिए हिन्दू और हिन्दुस्तान को बदनाम करने का कोई मौका नहीं छोड़ती हैं। बॉलीवुड में अपने अस्तित्व को बचाने के लिए हर वह काम करती है जिससे वह सुर्ख़ियों में रहे फिर चाहे ‘वीरे दी वेडिंग’ में उनके द्वारा मास्टरबेशन सीन हो या कठुआ पर देश को बदनाम करने के लिए प्ले-कार्ड विक्टिम गेम।
स्वरा भास्कर शायद भूल गयी कि जाकिर नायक को भारत सरकार ने दोषी माना है। एक भगोड़े की संघ से तुलना कर स्वरा भास्कर ने साबित कर दिया कि वह पढ़ी-लिखी जरूर हैं लेकिन उनकी मानसिकता वही जेएनयू के शहरी नक्सलियों जैसी ही है। जो बोलने की आज़ादी के नाम पर बिना सर पैर की अनर्गल बातें बोलते हैं, और ये ही लोग बाद में इनके किये गए कृत्यों के लिए सोशल मीडिया पर फटकारे जाते हैं तो ट्रोल-ट्रोल चिल्लाते है। मतलब तुम्हारी बोलने की आज़ादी ‘फ्रीडम ऑफ़ स्पीच’, सामने वाला अगर जवाब दे तो ट्रोल! ये दोगलापन खूब पाया जाता है जेनयू के प्रोडक्ट्स में!
URL: Swara Bhaskar targets Sangh on excuse of Zakir Naik
Keywords: swara bhaskar, sangh, rss, zakir naik, troll, social media, twitter, स्वरा भास्कर, ट्रोल, सोशल मीडिया, आरएसएस, संघ, जाकिर नाईक