अर्चना कुमारी। देश की राजधानी में किसी हिंदू की हिम्मत नहीं है कि वह पुलिस कस्टडी से फरार हो जाए । ऐसी स्थिति में पुलिस गोली मारने से भी परहेज नहीं करतीं जबकि जहांगीर नामक बदमाश एक पुलिसकर्मी को पीट कर फरार हो गया। घटना हुई सीमापुरी में , जहां पर तड़ीपार बदमाश और उसके परिवार ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। बताया जाता है कि हमले में एक एएसआई पत्थर लगने से बुरी तरह जख्मी हो गए।
घटनास्थल पर आरोपियों ने बदमाश जहांगीर को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ाया और मौके से नौ दो ग्यारह हो गए। इस तरह की मामले की सूचना थाने को दी गई। बाद में मौके पर पहुंचे स्टाफ ने घायल एएसआई ब्रह्मपाल को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने सरकारी काम में बाधा, ड्यूटी के दौरान हमला और बलवा करने का मामला दर्ज कर कुछ लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि एएसआई ब्रह्मपाल सीमापुरी थाने में तैनात हैं। मंगलवार रात को वह एसआई विनित, एएसआई संदीप, हवलदार रोहित, सिपाही संदीप व महिला सिपाही निकिता के साथ एरिया में गश्त पर थे। बताया जाता है कि इस बीच वह ई-ब्लॉक, सीमापुरी में एरिया में पहुंचे। यहां उन्होंने सीमापुरी के घोषित बदमाश जहांगीर उर्फ काना को देखा।
जहांगीर को सितंबर 2021 में दो साल के लिए तड़ीपार किया गया था। पुलिस की टीम ने उसे दबोच लिया। इस पर जहांगीर शोर मचाने लगा। शोर सुनकर जहांगीर की पत्नी नूरजहां, बेटा समीर, पड़ोसी एक अन्य समीर व अन्य वहां आ गए। मौके पर देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ जुट गई। लोगों का कहना था कि वह जहांगीर को नहीं ले जाने देंगे।
पुलिस उसे जबरदस्ती ले जाने लगी तो अचानक भीड़ उग्र हो गई। वहां उपस्थित मुस्लिम लोगों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। एक पत्थर जहांगीर को पकड़े एएसआई ब्रह्मपाल को भी लग गया। हमले में ब्रह्मपाल बुरी तरह जख्मी हो गए। आरोपी जहांगीर अपना हाथ छुड़ाकर वहां से फरार हो गया। देखते ही देखते बाकी लोग भी फरार हो गए।
मामले की सूचना थाने में दी गई। बाद में ब्रह्मपाल को अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने नूरजहां, समीर व अन्यों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि हमलावरों में कुछ नाबालिग भी शामिल थे। लेकिन स्मार्ट दिल्ली पुलिस कोई आरोपी को अब तक पकड़ नहीं पाई है।