हथियार बनाने वाली कंपनी द्वारा शांति के नोबल पुरस्कार देने का पाखंड समझिए!
संजय कुमार। जैसे ही टेलीविज़न पर ‘एक भारतीय को नोबल शांति पुरस्कार ‘ सुना तो लगा जैसे समय ठहर-सा गया हो! मानस पटल पर एक हीं भाव आया कि आखिर वह भारतीय कौन हैं?...
संजय कुमार। जैसे ही टेलीविज़न पर ‘एक भारतीय को नोबल शांति पुरस्कार ‘ सुना तो लगा जैसे समय ठहर-सा गया हो! मानस पटल पर एक हीं भाव आया कि आखिर वह भारतीय कौन हैं?...