शहला राशिद जैसी वामी-कांगी ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ नारे का उपयोग बलात्कार के लिए करती हैं, तो एक मां ने इसका लाभ आईएएस बनने के लिए उठाया! नजरिए का फर्क!
‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ एक नारा नहीं बल्कि वह सूत्र वाक्य है जो हमारी सामाजिक संरचना को मजबूत करता है। वैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का सूत्र वाक्य गढ़ा,...