यूरोपीय मन से एक ‘राष्ट्र’ के रूप में भारत को कभी नहीं समझा जा सकता! भारत एक राष्ट्र था, है, और सदा रहेगा!
आप सब एनडीटीवी देखते हैं। आप देखते होंगे कि एनडीटीवी के प्राइम टाइम एंकर रवीश कुमार बहुत चिढ़, कुढ़न और व्यंग्य से राष्ट्र और राष्ट्रवादियों पर हमला करते हैं! फ्रांस में यदि एक राष्ट्रवादी...