मूवी रिव्यू: टेनेट देखकर लगा ‘चावल खाते-खाते कोई कंकड़ दांत में आकर फंस गया हो।’
निर्देशक के लिए आवश्यक था कि वह इस जटिलता को आसान कर दर्शकों को समझाता। आखिर हर दर्शक तो भौतिक विज्ञानी नहीं होता।
निर्देशक के लिए आवश्यक था कि वह इस जटिलता को आसान कर दर्शकों को समझाता। आखिर हर दर्शक तो भौतिक विज्ञानी नहीं होता।
कोरोना वायरस महामारी के इस चुनौतीपूर्ण समय में भारत जहां एक ओर एक बड़ी लड़ाई लड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर देश इसे एक अवसर की तरह से ले रहा है, उत्पादन के विभिन्न क्षेत्रों में अधिक...
कोरोना के वैश्विक प्रकोप के इस दौर में इंटरनेट पर वायरस आपदा वाली फिल्मों को खूब सर्च किया जा रहा है। वायरस जनित महामारी पर अब तक बीसियों फ़िल्में बन चुकी हैं। लेखकों और...