दादा साहेब फाल्के पुरस्कार: रजनी सर ने छवियों के अंतराल को ही मिटाकर रख दिया है
वे इतने खुश हुए कि वेश बदलकर मंदिर में दर्शन करने चले गए।
वे इतने खुश हुए कि वेश बदलकर मंदिर में दर्शन करने चले गए।
क्या बॉलीवुड की वर्तमान परिस्थितियां इतिहास के दोहराने का संकेत नहीं दे रही? आज बी-टाउन फिल्म निर्माताओं के लिए वही सिचुएशन बन गई है, जो कभी थॉमस एडिसन ने अमेरिकी फिल्म उद्योग के लिए दुर्घटनावश बना दी थी।