रिव्यू – जुमानजी द नेक्स्ट लेवल – देखने में खूबसूरत और महसूस करने में रोलर कोस्टर राइड
गेम बदल चुका है। जुमांजी की दुनिया में हरियाली लाने वाली मणि…
फिल्म समीक्षा: पति, पत्नी और वो – मनोरंजन, हास्य और सामाजिक सन्देश देती है ये फिल्म
अब फिल्म उद्योग और नियमित फ़िल्में देखने वाले दर्शक जानते हैं कि…
‘होटल मुंबई’ हमारे जख्मी सीनों का ऐतिहासिक दस्तावेज है
रामगोपाल वर्मा की फिल्म 'अटैक्स ऑफ़ 26/11' उस आतंकी हमले पर उथले…
फिल्म रिव्यू: फार्मूला वाली अलमारी खाली हो चुकी है – पागलपंती
सन 1998 में निर्देशक अनीस बज़्मी ने 'प्यार तो होना ही था'…
इन एंजल्स में वो बात नहीं – चार्लीज एंजल्स फिल्म रिव्यू
कभी न नज़र आने वाले चार्ली की तीन हसीनाओं की याद अब…
एक टाइमपास फिल्म, जो अच्छा सन्देश देती है फिल्म रिव्यू: उजड़ा चमन
गंजापन और मोटापा ऐसी बीमारियां हैं, जो जवानी में हो जाए तो…
ऑस्कर में ‘गली बॉय’ को भेजकर हमने अपनी भद पिटवा ली है
जब अमेरिका में 'हाउडी मोदी' के मंच पर भारत अपनी वैश्विक पहचान…
पल पल दिल के पास रिव्यू – आंगन में लगा फल ‘अधकच्चा’ ही तोड़ लिया
धर्मेंद्र के दोनों बेटों सनी और बॉबी का बॉलीवुड पदार्पण बहुत शानदार…
सेक्शन 375 मर्ज़ी या ज़बरदस्ती
सबके अपने 'सत्य'हैं, सबके अपने 'दृश्य' ख्यात फिल्म निर्देशक अपनी जूनियर को…