इमरान खान के लिए भारत की कोई महिला पत्रकार बिना अंगिया पहने चली जाए तो फिर उसका उद्देश्य साक्षात्कार लेना नहीं, बल्कि ‘कुछ और’ है!
वामपंथ ने हमेशा, विरोधियों के चरित्र का हनन किया है, जबकि इनका…
राहुल गांधी से लेकर रवीश कुमार तक, झूठ का वह मनोविज्ञान, जिसकी काट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तुरंत ढूंढ़ना होगा, अन्यथा देर हो जाएगी!
आजकल कांग्रेस अध्यक्ष और उनके ‘पीडी पत्रकारों’ के झूठ बोलने का तरीका…
बरखा दत्त राहुल गांधी की ‘मेट्रोसेक्सुअल पर्सानालिटी’ पर रिझी हुई है, तो सागरिका घोष उसके प्रति ‘ऑब्जेक्टिव एंग्जाइटी’ की शिकार है!
महिला पत्रकार बरखा दत्ता द्वारा राहुल गांधी के 'आलिंगन-पोलिटिक्स' पर लिखे गये…
क्या ‘कैस्ट्रेशन कांप्लेक्स’ जैसी यौन-ग्रंथि के शिकार हैं राहुल गांधी?
संसद के अंदर 20 July 2018 को राहुल गांधी की हरकत पर…