पहले मीडिया को घर में बैठाया और अब उससे ही परहेज है सैफ अली खान को!
पेपराज्जी का मतलब होता है ख्यातनाम लोगों की निजी ज़िंदगी में घुसपैठ…
यूपीए सरकार के दौरान एनडीटीवी को पीएमओ से मिलता था संपादकीय आदेश!
एनडीटीवी न्यू चैनल अगर देश का विवादास्पद चैनल के नाम से कुख्यात…
निजी क्षेत्र में आरक्षण के नाम पर इंडियन एक्सप्रेस और टाइम्स नाउ ने फैलाया ‘फेक न्यूज’!
निजी क्षेत्र में आरक्षण के नाम पर इंडियन एक्सप्रेस तथा टाइम्स नाउ…
सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर भी फेक न्यूज परोस रहा जनसत्ता और एनडीटीवी!
कुछ मीडिया घरानों में मोदी सरकार के प्रति इतना बैर भाव भरा…
‘एलिट पत्रकारिता’ के नशे में ‘उल्टी’ कर अपने ही मुंह पर मलते NDTV के पत्रकार!
आजकल एनडीटीवी के कई पत्रकार और उनके समर्थक कुंठा में जी रहे…
कहां गए अवार्ड वापसी वाले भाड़े के Urban Naxals!
बंगाल में जिस प्रकार भाजपा की एक महिला नेता को सरेआम टीएमसी…
सुप्रीम अदालत के फैसले को दरकिनार कर एनडीटीवी ने क्या अपने एजेंडा पत्रकार रविश कुमार को देश में दंगा कराने का ठेका दिया है
* धर्म को परिभाषित करते हुए अदालत अपनी काल्पनिक चेतना को लागू…
क्रांतिकारी पत्रकार पुण्य प्रसून वाजपेयी, आप या तो तब झूठ बोल रहे थे या अब? अपने गिरने की हद भी तय कर ही लो!
पत्रकारिता को धंधा बनाने वाले पूण्य प्रसून बाजपेयी और उन जैसे धंधेबाजों…
NDTV, प्रणय राय और रवीश कुमार की पोल उनके ही एक पूर्व साथी ने खोल कर इन लोमड़ियों के मुख से नकाब नोंच लिया!
समरेंद्र सिंह। इन दिनों टीवी के दो बड़े पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी…
विक्रम सूद की किताब ‘द अनइंडिंग गेम’ ने बिकाऊ मीडिया की खोली पोल!
विक्रम सूद की लिखी यह किताब न तो ज्ञापन मात्र है न…
भारतीय मीडिया विषम है! पक्षपात पूर्ण है! जो देश की पीड़ा ही न समझे, वह हमारा मीडिया नहीं हो सकता!
अंग्रेज़ी में 'न्यूज़' का अनुवाद क्रमशः नार्थ, ईस्ट, साउथ और वेस्ट का…
एनडीटीवी की केरल बाढ़ पर चुनिंदा फोटो छापना सीपीआई(एम) की चाकरी नहीं तो और क्या है?
भारतीय मीडिया में खुद को ईमानदारी में राज हरिश्चंद्र बताने वाले एनडीटीवी…
मीडिया मॉनिटरिंग के बारे में झूठ क्यों बोल रहे पुण्य प्रसून वाजपेयी?
फेक न्यूज के नाम पर एबीपी न्यूज चैनल से इस्तीफा देकर निकले…
युवा वकील विक्रम सिंह के करियर को टाइम्सनाउ और अर्णव गोस्वामी ने किया चौपट! अदालत ने जारी किया अर्णव और टाइम्स ग्रुप के खिलाफ समन!
पटियाला हाउस कोर्ट ने दो साल पहले दायर एक याचिका पर सुनवाई…
पत्रकार और पत्रकारिता, क्या कल था और क्या आज है?
इंडियन एक्सप्रेस के रामनाथ गोयनका जब प्रभाष जोशी को संपादक बनाने के…
कश्मीर में बैठे पाकिस्तानी समर्थक इमरान खान के बहाने भारत पर बरसे!
कश्मीरी अलगाववादी समूह पाकिस्तान प्रेम से ग्रसित हैं। इन समूहों से हमदर्दी…
जिस दिन अलवर में मॉब लिंचिंग के नाम पर हिंद़ुओं को बदनाम किया, उसी दिन बाड़मेर में एक दलित को मुसलमानों ने लिंचिंग कर मार डाला! खबर सुनी क्या?
इस देश में मीडिया पर हावी पत्रकारों के एक खास तबके ने…
मॉब लिंचिंग पर टीवी-अख़बार के दबदबे के कारण हिन्दू फंसा है गनभेदी चुप्पी के मकड़जाल में!
चन्द्रकान्त प्रसाद सिंह। मॉब लिंचिंग की जड़ें ईसाइयत, इस्लाम और कम्युनिज़्म में…
गो तस्करों और मीट माफिया की समस्या देश भर में भयावह!
राजस्थान के अलवर जिले में गो तस्करी के आरोप में पुलिस कस्टडी…
तिकड़मों का अड्डा बना मीडिया, ‘बार्क’ का टीआरपी तंत्र सबसे बड़ा घोटाला!
जो मीडिया कभी आम जनता के विश्वास का केंद्र माना जाता था…