बागेश्वर धाम सरकार को चेतावनी देती गौरव चौहान की कविता।
कवि गौरव चौहान। मची खलबली,मचा बवंडर,धर्महीन शैतानो में,बागेश्वर सरकार हमारे गूंज रहे…
कवि गौरव चौहान। मची खलबली,मचा बवंडर,धर्महीन शैतानो में,बागेश्वर सरकार हमारे गूंज रहे…
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