केरल की कम्युनिस्ट सरकार सबरीमाला से लौटते श्रद्दालुओं पर हुई लाल!
किसी मामले को लेकर किए जाने वाले प्रदर्शन में शामिल होने वालों…
यह लो, अब कांग्रेस की ‘दरबारी इतिहासकार’ रोमिला थापर आपातकाल के समर्थन में उतरीं!
कांग्रेस के दरबारी इतिहासकारों में रोमिला थापर, हरफान हबीबी और रामचंद्र गुहा…
नक्सलियों से लेकर आतंकवादियों तक के लिए ‘लॉबिस्ट’ की भूमिका में है कम्युनिस्टों का ‘लाल दुर्ग’ JNU! देशद्रोह के इस ठिकाने पर अब सर्जिकल स्ट्राइक जरूरी है!
जब से जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी-JNU बनी है एक खास विचारधारा के…
JNU: में बवाल: ‘लव जेहादियों’ के पक्ष में कम्युनिस्टों ने बहाया खून!
लगता है जेएनयू की प्रासंगिकता ही खत्म होती जा रही है। वैचारिक…
वामपंथियों के लिए सबसे बड़ा हथियार ही है ‘यौन’! तमिलनाडु के राज्यपाल यदि इसे जानते तो महिला पत्रकार के दादाजी बनने की चेष्ट नहीं करते!
भारतीय सभ्यता में बुजुर्ग बच्चों का गाल थपथपा कर हमेशा से उसे…
नक्सलवाद की जड़ में आखिर कौन? माओवाद प्रेमी प्रोफेसर नलिनी सुंदर, उनके वामपंथी पत्रकार पति सिद्धार्थ वरदराजन और सुप्रीम कोर्ट का वह फैसला!
दिल्ली विश्वविद्यालय की प्रोफेसर नंदिनी सुंदर और जेएनयू की प्रोफेसर अर्चना प्रसाद…
नक्सलवाद की जड़ में आखिर कौन? छत्तीसगढ़ के जंगलों से नक्सलियों का खात्मा उसी दिन होगा, जब देश के संस्थानों और पत्रकारिता से वामपंथियों को मिटाया जाएगा!
मन उदास है। दांतेबाड़ा, सुकमा आदि के जंगलों में नक्सलियों द्वारा हमारे…
भारत के हर कोने में पाकिस्तान बन रहा है, कृपया सचेत होइए!
न जाने इस समय देश में ऐसे कितने स्कूल चल रहे हैं,…