अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक शब्द ने दिया है बंटवारे का दर्द- आरिफ मोहम्मद खां
Sanjay Pokhriya. Minority vs Majority भारतीय जीवन शैली में विविधता का सम्मान और उसकी स्वीकार्यता का भाव हमेशा रहा है लेकिन विविधता को समाज के विभाजन के लिये प्रयोग करना यह निश्चित ही अस्वीकार्य...