Movie Review भोपाल की अकथनीय पीड़ा को स्वर देती है ‘द रेलवे मैन’
'द रेलवे मैन' को आप आईना मान सकते हैं
Movie Review भारतीय दीये में पाकिस्तानी तेल का महा बुरा फ्यूज़न
भीड़ छंटने के बाद फिल्म की असली परीक्षा होगी।
Movie Review घी के खाली डिब्बे सा ‘पिप्पा’ हमें शौर्य से भर देता है
आजकल देश को 2014 में स्वतंत्र कराने वाले बहुत घूम रहे हैं।
Movie Review रिलीज के पहले दिन ही ढेर हो गई ‘तेजस’
शायद वक्त कंगना को राह बदलने का इशारा कर रहा है।
Movie Review विधु विनोद चोपड़ा की ‘ट्वेल्थ फेल’ एक प्राइसलेस प्रोडक्ट है
'बारहवीं फेल' टिकट खिड़की को ज्ञान के प्रकाश से आलोकित कर रही…
Movie Review टिकट खिड़की दहाड़ रही है ‘लियो’
हिन्दी पट्टी पर थलापति की दहाड़ कुछ कम सुनाई दे रही है।
Movie Review टिकट खिड़की पर औंधे मुंह गिर पड़ी ‘गणपत’
इस जॉनर में विशेषज्ञ न होना उनके लिए नुकसानदेह रहा।
Movie Review ‘त्रिलोकी’ इस सीरीज़ में न होता, तो कोई रस ही न होता
'चूना' बाहुबली शुक्ला की कहानी कहती है।
Movie Review ‘द वैक्सीन वॉर’ एक बीत चुका अध्याय है, बेदम, बेईमान
फिल्म आम दर्शक से कनेक्ट क्यों नहीं कर पाई, इस पर सोचिये…
movie review पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर डगमगाई ‘फुकरे 3’
ये सप्ताह फिल्म उद्योग के लिए फायदेमंद नहीं रहा है।
Movie Review जयदीप अहलावत ने ‘जाने जान’ को वन मैन शो बना दिया
किरदारों को शानदार कैरेक्टराइजेशन के साथ पेश किया है।
Movie Review बाहें फैलाकर गीत गाने वाले ‘राहुल’ की मौत हो चुकी है
सुबह 7 बजे के शो हॉउसफुल हो गए।
Movie Review नब्बे के दशक के सिनेमाई हीरो और चार कट आत्माराम
'गन्स एंड गुलाब्स' ओटीटी प्लेटफॉर्म पर चर्चा में बनी रहेगी।
Movie Review आपकी इस एडल्ट रचनात्मक अभिव्यक्ति में भगवान् क्यों है ?
इससे भी भयानक हादसे बॉलीवुड की ओर से होते ही रहेंगे।
Movie Review बॉक्स ऑफिस पर ‘अनस्टॉपेबल’ है ‘गदर :2’
अगले तीन दिन 'गदर :2' टिकट खिड़की पर अनस्टपेबल दौड़ने वाली है।
Movie Review भविष्य में बाज़ारवाद अपनी क्रूरता के साथ मौजूद रहेगा
पत्नी ने अपने जीवन के 'चालीस वर्ष' बैंक को गारंटी के रुप…
Movie review जोहर की ये फिल्म ‘worst’ यानि निकृष्टतम है
फिल्म परिवार के साथ न देखें
Movie Review दूसरे विश्व युद्ध की कहानियों से उगते प्रेम के फूल
परिवार के साथ देखी जा सकती है।
Movie Review ‘ओपेनहाइमर’ जटिल है, ज्वलंत है एक अद्वितीय क्रिएशन है
दर्शक 'चकित' नहीं हुए बल्कि स्तब्ध रह गए।
‘आईबी 71’ भारतीय इतिहास का गौरवशाली अध्याय प्रस्तुत करती है
आईबी 71' देखने योग्य फिल्म है।