स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर देश को समर्पित कविता पाठ!
जिस स्वतंत्रता को हम सब इतनी सहजता से लेते हैं जैसे कि यह हमें विरासत में मिली हो, उसे हासिल करने के लिये कैसे कैसे बलिदान दिये गये, हम कल्पना भी नहीं कर सकते....
जिस स्वतंत्रता को हम सब इतनी सहजता से लेते हैं जैसे कि यह हमें विरासत में मिली हो, उसे हासिल करने के लिये कैसे कैसे बलिदान दिये गये, हम कल्पना भी नहीं कर सकते....