सुशांत केस को लेकर सीबीआई आज जारी कर सकती है आधिकारिक बयान
एम्स द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद शनिवार को सीबीआई डाइरेक्टर इस बारे में घोषणा कर सकते हैं।
एम्स द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद शनिवार को सीबीआई डाइरेक्टर इस बारे में घोषणा कर सकते हैं।
sr death case में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने मुंबई-दिल्ली-गोआ में छापेमारी की और दो ड्रग तस्करों को हिरासत में भी ले लिया। इनमे से एक ने कबूल किया है कि वह रिया चक्रवर्ती के भाई शौविक को जानता है।
बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत को लेकर बिहार का एक शहर मुजफ्फरपुर चर्चा में है। इस जिले के रहने वाले संदीप सिंह का नाम जहां अचानक सुर्खियों में आ गया है, वहीं...
सुशांत के व्हाट्सएप चैट से पता चला है कि 14 जून को सुबह की वे किसी ई कॉमर्स कंपनी से करोड़ों की बिजनेस डील करने वाले थे। मरने से दस मिनट पहले वे बिजनेस डील की बात करते हैं। सोचने वाली बात है कि ऐसा व्यक्ति आत्महत्या कैसे कर सकता है।
केस के बाकी संदिग्धों से डीआरडीओ गेस्ट हॉउस में कड़ी पूछताछ जारी रही। रिया चक्रवर्ती ने शनिवार को नया नाटक खेला। रिया ने सीबीआई और मुंबई पुलिस से सुरक्षा की मांग क्या की, मुंबई पुलिस ने रिया की सोसाइटी को ही सील कर दिया और मीडियाकर्मियों के साथ भी बदसलूकी की।
आईएसडी रिपोर्टर। सुशांत सिंह राजपूत की टैलेंट मैनेजर जया साहा ने ईडी के सामने स्वीकार किया है कि वह सुशांत को लिक्विड में सीबीडी ऑइल नामक ड्रग मिलाकर देती थी। जया कड़ी पूछताछ के...
एक पिता के लिए जवान बेटे की मौत का दर्द क्या हो सकता है, यह कोई सुशांत के पिता कृष्ण कुमार सिंह से पूछे। उन्होंने अपने बेटे की मौत में ड्रग्स कनेक्शन उजागर होने...
जो मामला अवसाद के कारण आत्महत्या का बताया जा रहा था, वह षड्यंत्रपूर्वक हत्या का निकला। अब तो इसमें ड्रग कारोबारियों की संलिप्तता भी बताई जा रही है। गुरुवार को सीबीआई की जाँच आगे बढ़ती नज़र आई। सभी आरोपियों से पूछताछ जारी रही।
सीबीआई को अति शीघ्र ही रिया व अन्य महत्वपूर्ण गवाहों को सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए। उन आईटी प्रोफेशनल्स को खोज निकालना चाहिए, जो सुशांत के घर से डाटा चुरा ले गए। रिया को फौरन गिरफ्तार कर उससे सच उगलवाने की आवश्यकता है। यदि वह फरार हो जाती है या उसे कुछ हो जाता है तो इस केस की महत्वपूर्ण कड़ी हमेशा के लिए गुम हो सकती है।
ड्राइवर ने सुशांत की मौत के बहुत बाद 14, 15 और 16 जून को संदीप सिंह से बात की थी। ये प्रश्न खड़ा हो गया है कि ड्राइवर अक्षय बंडगार को सुशांत की मौत के बाद संदीप सिंह से बात करने की आवश्यकता क्यों पड़ी? ये भी प्रश्न है कि जिस संदीप सिंह ने पिछले दस माह से सुशांत से बात तक नहीं की थी।
रविवार को सीबीआई की जाँच और तेज़ होती नज़र आई। रविवार को सीबीआई टीम ने सबसे ज़्यादा वक़्त सुशांत सिंह राजपूत के फ़्लैट पर बिताया। जाँच का तीसरा दिन बीतते-बीतते ये सिद्ध हो गया कि चश्मदीद गवाहों के बयानों में बड़ा फर्क दिखाई दिया है। अब इस बात का संदेह और पक्का हो गया है कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या हुई थी।