दादा साहेब फाल्के पुरस्कार: रजनी सर ने छवियों के अंतराल को ही मिटाकर रख दिया है
वे इतने खुश हुए कि वेश बदलकर मंदिर में दर्शन करने चले गए।
वे इतने खुश हुए कि वेश बदलकर मंदिर में दर्शन करने चले गए।
हिन्दी बेल्ट का दर्शक फिल्म देखने नहीं जा रहा है। कोरोना इसका कारण होता तो दक्षिण भारत में फ़िल्में रिकार्ड नहीं तोड़ रही होती।