अर्चना कुमारी। उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाला ताहिर अग्निवीर सैनिक बनने के लिए अमित बनकर कुमाऊं रेजिमेंट सेंटर मुख्यालय पहुंचा था। उसने अपनी पहचान छुपाते हुए परीक्षा का एक चरण पास भी कर लिया था लेकिन उसके द्वारा लाए गए प्रमाण पत्रों पर शक होने पर जब इसकी तहकीकात की गई तब मामला पकड़ में आया।
उत्तराखंड पुलिस का कहना है कि ताहिर खान देश विरोधी अभियान के एक बड़े रैकेट का हिस्सा हो सकता है हालांकि इस बारे में अभी जांच चल रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि अग्निवीर सैनिक भर्ती में बुधवार को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का एक मुस्लिम युवक फर्जी प्रमाणपत्रों के साथ पकड़ा गया। पकड़े जाने से पहले युवक ने 1600 मीटर दौड़ भी तय समय से पहले पूरी कर ली थी।
लेकिन उसके पंजीकरण नंबर के क्यूआर कोड को स्कैन करने पर वह ताहिर के बजाय किसी और युवक के नाम यानी अमित निकला। जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया। आर्मी पुलिस ने संदेह के आधार पर दस्तावेजों की जांच की तो युवक के काले कारनामों की पोल खुल गई और उसे स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया गया। आगे पुलिस की
जांच में पता चला कि युवक ने हल्द्वानी से फर्जी स्थाई निवास, जाति व हाईस्कूल का प्रमाणपत्र ही नहीं बल्कि आधार कार्ड भी बनवाया था। ऐसे में उत्तर प्रदेश के युवक को उत्तराखंड का मूल निवासी बताकर उसके प्रमाणपत्र तैयार करने के मामले में हल्द्वानी प्रशासन की भूमिका संदेह के दायरे में आ गई है और इस बारे में जांच करने के लिए हल्द्वानी प्रशासन भी पुलिस के रडार पर है।
फिलहाल उत्तराखंड पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अंदेशा है कि दबोचा गया युवक किसी बड़े गिरोह का सदस्य हो सकता है और आशंका है कि सेना में जासूसी के लिए इस युवक को फर्जी डिग्री के आधार पर भर्ती के लिए भेजा गया हो । पकड़ा गया युवक मूल रूप से ग्राम अलीपुरा, थाना ककोड़, तहसील सिकंदराबाद जिला बुलंदशहर (उत्तर प्रदेश) निवासी 21 वर्षीय ताहिर खान पुत्र अहसान खान है। आर्मी रिक्रूट अधिकारी अल्मोड़ा की तहरीर पर कोतवाली में ताहिर के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच कार्रवाई चल रही है।