शिवशक्ति धाम के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने सम्पूर्ण विश्व के काफिरों अर्थात गैर मुस्लिमों से कतर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ शफी अल हाजिरी की बातों को गम्भीरता से लेने की अपील की।
ज्ञातव्य है कि कतर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ शफी अल हाजिरी ने 25 नवम्बर 2022 को अल रेयान टी वी पर दिए एक इंटरव्यू में कहा कि इस्लाम मे काफिरो के लिये केवल तीन मार्ग है।सबसे पहला की वो इस्लाम मे दाखिल हो जाये।यदि वो ऐसा नहीं करते तो जजिया कर दे और यदि वो जजिया कर भी नहीं देते तो उन्हें कत्ल कर दिया जाना चाहिये।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा कि जो बात इस प्रोफेसर ने कही हैं, ये ही इस्लाम है।कुछ लोग अपनी चिकनी चुपडी बातो से सबको भ्रमित करके रखते हैं ताकि लोग इस्लाम को ठीक से समझ ना सके और धोखा खा कर इस्लाम के जिहादियों के शिकार हो जाये।
यह भी मोहम्मद के द्वारा सिखाई गयी रणनीति का ही एक हिस्सा है।इस्लाम की मूल शिक्षा ही यह है कि जब तक मोहम्मद को मानने वाले बाकी सबका कत्ल करने लायक ना हो जाये,तब तक उन्हें अपने इस्लामिक मंसूबो और मनोभावों को छिपा कर रखना चाहिये और शक्तिशाली होने पर वही सब करना चाहिये जो प्रोफेसर डॉ शफी अल हाजिरी के बताया है।
पूरी दुनिया मे बढ़ती हुई मुस्लिम आबादी के कारण अब मुसलमान जिहादी अतिआत्मविश्वास से ग्रसित हो गए हैं और अब वो खुल सब काफिरो अर्थात गैर मुस्लिमों के कत्ल की योजना बनाने लगे हैं।ऐसे में सारी दुनिया के गैरमुस्लिम जनसमुदाय को एक साथ आकर इस घृणित सोच को समाप्त करने के लिये उठ खड़ा होना चाहिये अन्यथा इस्लाम के जिहादी सम्पूर्ण मानवता को समाप्त कर देंगे। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने सम्पूर्ण विश्व के धर्मगुरुओं से इस्लामिक जिहाद पर गंभीरता से विचार करने का भी आह्वान किया।