मोदी सरकार लाख कार्रवाई करती रहे लेकिन पी चिदंबरम है कि हर समय अदालत में अपना जुगाड़ फिट कर ही लेता। एक बार फिर अदालत ने अगले आदेश तक पी चिदंबरम की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही अदालत ने चिदंबरम के विदेश जाने पर लगी रोक को भी हटा दिया है।
ऐसा पहली बार नहीं है कि पी चिदंबरम कोर्ट के माध्यम से देश की हर बड़ी जांच एजेंसियों की कार्रवाई को धता ठहराता रहा है। जब-जब सीबीआई या प्रवर्तन निदेशालय ने पी चिदंबरम पर शिकंजा कसने के लिए कोई कदम आगे बढ़ाती है, चिदंबरम कोर्ट की ओर दौड़ लगा लेता है और वह खुद को जेल जाने से बचा लेता है।
मुख्य बिंदु
* हर बार जांच एजेंसियों की कोशिश को धता बताकर कोर्ट से राहत पा जाते हैं पी चिदंबरम
पिछले समय में जब प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली स्थित उनके आवास की तलाशी ली थी तब यह आशंका थी की ईडी उन्हें गिरफ्तार कर सकता है । लेकिन चिदंबरम ने कोर्ट का सहारा लेकर गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए अंतरिम जमानत हासिल कर ली थी। उसके बाद वह हर समय गिरफ्तारी न किए जाने की तारीख बढवाता रहा। इसी प्रकार सीबीआई ने जब चार्जशीट दाखिल की थी कहा जा रहा था कि सीबीआई उसे गिरफ्तार कर सकती है। सीबीआई ने एक बार अकेले में पूछताछ करने के इरादे से हिरासत में लेने की बात भी कही थी। तब भी चिंदबरम ने कोर्ट से अग्रिम जमानत हासिल कर ली और सीबीआई हाथ मलती रह गई।
अब जबकि पी चिदंबरम के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है। तब एक बार फिर उन्होंने कोर्ट से गिरफ्तार नहीं किए जाने की तारीख बढ़वा ली है बल्कि विदेश जाने पर लगी रोक भी हटवाने से सफल हो गए हैं। एयरसेल-मैक्सिस घोटाला मामले में जहां सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय डाल-डाल चल रहे हैं वहीं उसकी गिरफ्त में आने से बचने के लिए पी चिंदबरम पात-पात भाग रहे हैं।
URL: The court has stayed the arrest of P Chidambaram till further order.
Keywords: p Chidambaram, Aircel Maxis case, ED, CBI, court stay order, indian judiciary system, पी चिदंबरम, एयरसेल मैक्सिस घोटाला, ईडी, सीबीआई, निचली अदालत, भारतीय न्यायपालिका प्रणाली,