विपुल रेगे। कथित राष्ट्रवादी अभिनेता अक्षय कुमार की पत्नी ट्विंकल खन्ना ‘द कश्मीर फाइल्स’ के कारण अपने पति की फिल्म ‘बच्चन पांडे’ पिट जाने का दुःख सहन नहीं कर पा रही हैं। अब उन्होंने कश्मीर फाइल्स को लेकर बेतुका बयान दिया है। उनके इस बयान पर प्रतिक्रियाएं आना शुरु हो गई है। फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने उनके बेतुके बयान पर अपनी कसी हुई प्रतिक्रिया दी है।
ट्विंकल खन्ना के बारे में जग-जाहिर है कि वे राष्ट्रवादी विचारधारा से घृणा के भाव रखती हैं। यदि उनके पिछले पांच साल के बयान सुने जाए और उनके अख़बारों में छपे बड़े अंग्रेज़ी लेखों को पढ़ा जाए तो ये स्पष्ट होता है कि राष्ट्रवादी और हिंदुत्व की विचारधारा के विरोध में खड़ी हैं। प्रधानमंत्री मोदी को लेकर उनके व्यंग्य गरिमा की अंतिम रेखा भी पार कर गए थे।
ट्विंकल ने द कश्मीर फाइल्स को लेकर कहा कि ‘ एक प्रोड्यूसर के ऑफिस में मीटिंग के दौरान मुझे बताया गया कि ‘द कश्मीर फाइल्स’ को श्रद्धांजलि देते हुए नई फिल्मों के टाइटल रजिस्टर करवाए जा रहे हैं। चूंकि बड़े शहरों पर पहले ही दावे किए जा चुके हैं, इसलिए अब गरीब लोग अंधेरी फाइल्स, खार-डंडा फाइल्स और यहां तक की साउथ बॉम्बे फाइल्स जैसे नाम रजिस्टर करवा रहे हैं। मैं सोच रही हूँ कि क्या मेरे सहकर्मी अब भी खुद को फिल्ममेकर कहेंगे या इन सब फाइलिंग के साथ, वो भी ओरिजिनल नेशनलिस्ट मनोज कुमार की तरह क्लर्क बन गए हैं।’
इस बात की आवश्यकता ही नहीं रह जाती कि हम लोग ट्विंकल का बयान डिकोड करे या आम जनता को उसका सरलीकरण कर समझाए। वे स्पष्ट रुप से कश्मीर फाइल्स का मज़ाक उड़ाती दिखाई दे रही है। हालाँकि उनके पति भोपाल में संघ के कार्यक्रम में कश्मीर फाइल्स की प्रशंसा कर आते हैं। वैसे कहा जाता है कि अक्षय मुफ्त में थूकते भी नहीं हैं। भोपाल के कार्यक्रम में मिले पारिश्रमिक के बदले उन्हें प्रशंसा तो करनी ही थी।
मैं तो ये सोच रहा हूँ कि जब अक्षय कुमार की ‘पृथ्वीराज’ प्रदर्शित होगी तो ट्विंकल हँसेंगी या रोएंगी या फिर इसी तरह अपने पति की फिल्म की खिल्ली उड़ाएंगी। लोग कहते हैं ट्विंकल के मन में कश्मीरी पंडितों के लिए कोई सहानुभूति नहीं है। यदि लोग ट्विंकल की पारिवारिक पृष्ठभूमि के बारे में जानते तो ये बात ही नहीं कहते। ट्विंकल की माता जी का नाम डिम्पल कपाड़िया है।
डिम्पल कपाड़िया के पिता का नाम चुन्नीभाई कपाड़िया था। चुन्नीभाई एक इस्लामी खोजा परिवार से थे। बाद में उन्होंने हिन्दू धर्म अपना लिया था लेकिन ऐसा लगता है कि ये परिवर्तन उनके वंशजों को रास नहीं आया। ट्विंकल खन्ना का कश्मीर फाइल्स पर घृणित प्रहार करना तो यही बताता है कि इस्लामी खोजा परिवार का डीएनए समय-समय पर ज़ोर मारता है। राजनेताओं में हमेशा एक परंपरा देखने को मिलती है। यदि पति कांग्रेस में है तो पत्नी भाजपा की सदस्यता ले लेती है।
सरकार किसी भी पार्टी की हो, इनका काम कभी नहीं रुकता है। ऐसे ही हम इन कलाकार पति-पत्नी को समझ सकते हैं। पति राष्ट्रवादी होने का नाटक करता है, पत्नी टुकड़े-टुकड़े गिरोह को बयान देकर प्रसन्न करती रहती है। ऐसे ही इस परिवार की दूकान बिना बाधा चला करती है। फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने ट्विंकल के बयान पर ज़ोरदार प्रहार करते हुए कहा है कि अशोक ने ट्वीट किया ‘मैम आप बहुत लेट हो गई हैं।
अशोक पंडित ने कहा कि ट्विंकल बयान देने में लेट हो गई हैं। यहाँ उनका आशय था कि फिल्म को नुकसान पहुंचाने के लिए बयान उनको पहले ही दे देना चाहिए था। अपितु मेरा मत है कि शुरुआत में ट्विंकल ये बयान दे देती तो पहले दो दिन भी बच्चन पांडे को दर्शक नहीं मिलते और अक्षय कुमार का हाल उनके ‘हॉउसफुल 4′ की तरह उजड़े चमन जैसा हो जाता। कश्मीरी पंडितों के नरसंहार पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स ने पहले ही सांप्रदायिकता के ताबूत में कील ठोंक दी है।’
ट्विंकल को अपने पति अक्षय कुमार से पूछना चाहिए कि उन्होंने अपनी आगामी फिल्म पृथ्वीराज में ऐसे कौन-कौन से कार्य किये हैं, जिससे इस्लामी खोजा परिवार की भावनाओं को ठेस लगी है। सन 2014 के बाद से कुछ लोगों ने घृणा को व्यापार बना रखा है। ट्विंकल खन्ना का कारोबार भी मज़े से चल रहा है।