देश के अंदर भरे पड़े हैं , राष्ट्र के दुश्मन ;
बॉलीवुड में भी भरे हुये हैं , न जाने कितने दुश्मन ।
हरदम ऐसी फिल्म बनाते , हिंदू को अपमानित करते ;
महामूर्ख हैं वे सब हिंदू , इन फिल्मों को देखा करते ।
धर्म-विरोधी सारी फिल्में , कोई भी हिंदू मत देखे ;
इन फिल्मों को फ्लॉप कराओ , हर हिंदू अब ये सीखे ।
धर्म- संस्कृति हमें बचाना , गंदी फिल्में नहीं देखना ;
बॉलीवुड की गंदी फिल्में , उनको एकदम नहीं देखना ।
अब ये जहर हो रहा गहरा , हिंदू बन रहा गूंगा- बहरा ;
राष्ट्र दुर्दशा समझ न पाते , ऐसा है ये बलि का बकरा ।
हिंदू को कमजोर बनाता , ऐसा जहर त्यागना है ;
धर्म – सनातन का अमृत ही , हम सबको अपनाना है ।
सौ सालों से यही कहानी , गांधी ने शुरुआत करी थी ;
हिन्दू धर्म को विकृत करके , हिंदू से की गद्दारी थी ।
उदय हो रही राष्ट्र – चेतना , सोशल मीडिया आया है ;
हिंदू वो सब वापस लेगा , अब तक जिसे गंवाया है ।
हर सूबे में हिंदू – सत्ता , हिंदू – राष्ट्र बनाना है ;
सच्चा इतिहास सामने आया,राष्ट्र का हित अब होना है ।
तथाकथित हिंदूवादी दल , उनको हिंदू मजबूर करे ;
हिंदू – राष्ट्र बनाओ भारत , वरना सत्ता से दूर करे ।
हिंदू – राष्ट्र बनेगा भारत , सत्यम- शिवम- सुंदरम होगा ;
विश्व गुरु पहले था भारत , फिर से विश्व गुरु होगा ।
सच्चा धर्म प्रकाशित होगा , सब अंधियारे छंट जाएंगे ;
लोभ, लालच,ईर्ष्या,मत्सर के ,सारे कलंक मिट जाएंगे ।
राष्ट्र – विरोधी सारे मजहब , सही राह पर आयेंगे ;
जितने भी नाले नदियां हैं , सागर में मिल जायेंगे ।
सच्चा मानव धर्म बचेगा , आतंकवाद मिट जायेगा ;
एक हजार साल से शापित , भारत मुक्ति पा जायेगा ।
“वंदेमातरम-जयहिंद”
रचयिता:ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”