शो बिजनेस में एक बड़ा परिवर्तन तो ये देखने को मिल रहा है कि अब कलाकार के दागी होने से फिल्म या शो के निर्माता को कोई फर्क नहीं पड़ता। अब तो जेल जाना मार्केट वेल्यू को और बढ़ा रहा है। यही देखिये, भारती सिंह जेल गई तो लगा कि ड्रग्स केस में फंसने के बाद टीवी शो उनसे किनारा करने लगेंगे लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।
पता चला है कि भारती सिंह की द कपिल शर्मा शो में एंट्री हो रही है। वे जल्द ही इस शो में दिखाई देने वाली हैं। वैसे कपिल शर्मा को भारती की आवश्यकता है या भारती को कपिल शर्मा की? सुशांत प्रकरण से उठी आंच का शिकार कपिल शर्मा शो को भी होना पड़ा है।
सभी जानते हैं कि इस शो के प्रोड्यूसर अब सलमान खान है और इस समय सलमान खान का चारो ओर से बहिष्कार जारी है। कपिल शर्मा शो को उस समय बहुत नुकसान उठाना पड़ा, जब उन्होंने अपने आका सलमान के कहने पर कॉमेडियन कीकू शारदा से पत्रकार अर्नब गोस्वामी की नकल करवाई थी।
ये वह दौर था जब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो बॉलीवुड में ड्रग्स के ठिकाने खोज रहा था। प्रतिशोध की भावना से किया गया वह एपिसोड कपिल शर्मा की रही-सही इज़्ज़त भी ले बैठा। अब कपिल शर्मा भारती सिंह को शो में वापस ला रहे हैं तो सोचिये इनका क्या हाल होने जा रहा है।
मैंने पहले भी लिखा था कि बॉलीवुड को लेकर देश के नागरिकों में जो स्वः स्फूर्त सत्याग्रह चल पड़ा है, उसे न केवल केंद्र सरकार, बल्कि खुद बॉलीवुड नज़रअंदाज़ कर रहा है। सरकार को वाकई अंदाज़ नहीं है कि बॉलीवुड के प्रति लोगों में गुस्सा चरम पर है। यदि ऐसा नहीं होता तो प्रधानमंत्री से आम काटकर या छिलकर खाने वाला भौंडा सवाल करने वाला अभिनेता आज दर-दर की ठोकरें न खा रहा होता।
अक्षय कुमार की स्थिति देखकर इस गुस्से का आंकलन सहज ही किया जा सकता है। अक्षय की पिछली फिल्म ‘लक्ष्मी’ ने बड़ी मुश्किल से अपनी लागत वसूल की है। उनके प्रोडक्शन की एक और फिल्म ‘दुर्गामती’ हाल ही में दर्शकों के गुस्से का शिकार हो गई। अक्षय का सोशल मीडिया अकाउंट दर्शकों द्वारा दी गई गालियों से भरा रहता है।
जैसा कि मैंने कहा बॉलीवुड इस गुस्से को तात्कालिक मान रहा है। उसे लगता है दर्शक सबकुछ भूल जाने वाले हैं। अब दर्शक को हर हीरो के अंदर एक चरसी दिखाई देता है। एनसीबी की कार्रवाई में भले ही कोई गिरफ्तार न हुआ हो लेकिन बॉलीवुड के पचास हज़ार करोड़ के साम्राज्य में आग लगाने के लिए वह छोटी सी चिंगारी ही काफी थी।
अमिताभ बच्चन ने केबीसी और सलमान खान ने बिग बॉस में ऐसा पतन देखा है कि शायद वे अगला सीजन लेकर नहीं आ सके। किसी भी शो की वापसी दर्शकों की मांग और बाज़ार में उसकी मार्केट वेल्यू देखकर ही तय होती है। अमिताभ बच्चन और सलमान खान की मार्केट वेल्यू शून्य होने की कगार पर है।
विज्ञापन बाज़ार उनको ऐसे ही बाहर कर देगा, जैसे उसने दीपिका पादुकोण को बाहर कर दिया था। दुःख की बात ये है कि इन कलाकारों के बहिष्कार का नुकसान छोटे फिल्म निर्माताओं को हो रहा है। पिछले तीन साल में बॉलीवुड में एक वर्ग ऐसा उभरकर आया था, जो नए प्रतिभाशाली कलाकारों को लेकर कम बजट में बेहतर सिनेमा बना रहा था।
बॉलीवुड के बहिष्कार से कार्तिक आर्यन जैसे कलाकारों पर संकट आ गया है। आख़िरकार फिल्म उद्योग केवल आमिर, शाहरुख़, सलमान, अमिताभ, रणवीर, रणबीर इत्यादि का तो नहीं है। इस पर अन्य लोगों का भी अधिकार है। एनसीबी के अंधे एक्शन ने सारी इंडस्ट्री को खतरे में ला दिया है।
ये हुक ऐसा फंसा है कि जब तक करण जौहर, आदित्य चोपड़ा, खान लॉबी और स्टार किड्स का सफाया नहीं हो जाएगा, लोगों का गुस्सा ठंडा नहीं होगा। मुंबई स्थित फिल्म उद्योग अपने पैरों में बारुद लिए चल रहा है और उसे इस बात की खबर तक नहीं है।