आज सर्वानंद घाट पर गंगाजल की शपथ लेकर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज तथा कार्ष्णि स्वामी अमृतानंद जी ने अपने साथियों के साथ हिन्दू बचाओ मोर्चा बनाने की घोषणा की।घोषणा करते समय उनके साथ यति निर्भयानंद जी,राजू सैनी,बिट्टू सिखेड़ा,जितेंद्र पवार,संदीप जिंदल,आशु रस्तोगी और भैरव सेना की पूरी कार्यकारिणी उपस्थित थी।
हिन्दू बचाओ मोर्चा को सबसे से पहला समर्थन भूमापीठाधीश्वर दण्डी स्वामी अच्युतानंद तीर्थ जी महाराज ने दिया। महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज और कार्ष्णि स्वामी अमृतानंद जी का समर्थन करते हुए दण्डी स्वामी अच्युतानंद तीर्थ जी महाराज ने कहा कि वास्तव में यह बहुत पीड़ा का विषय है कि हिन्दुओ पर हो रहे अत्याचार कभी भी यूनाइटेड नेशन्स आर्गेनाईजेशन तथा अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचो पर कभी नहीं उठे।
यह बताता है कि एक समुदाय के रूप में हिन्दू अपने धर्म और अस्तित्व को विश्व के सामने सही प्रकार से रखने में असफल रहे हैं।हमें इसके कारणों को खोज कर सुधार करना होगा।भूमा निकेतन इस कार्य मे सदैव हिन्दू बचाओ मोर्चा के साथ रहेगा।उन्होंने हरिद्वार सहित संपूर्ण सनातनी धर्मगुरुओं से इस महान कार्य मे सहयोग देने का आह्वान किया।
आज सर्वानंद घाट पर हिन्दू बचाओ मोर्चा की स्थापना करते हुए गंगाजल हाथ मे लेकर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने शपथ ली कि यदि विधर्मी किसी हिन्दू को चाहे वह उनका अपना व्यक्तिगत शत्रु ही क्यो ना हो,को निशाना बनाते हैं तो वो सदैव हिन्दू के साथ रहेंगे।उनका कितना ही प्रिय व्यक्ति यदि इस्लाम के जिहादियो का साथ देता है तो वो उसका परित्याग कर देंगे।
सर्वानंद घाट पर पत्रकारों के एक प्रश्न का उत्तर देते हुए महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि कोई अगर सन्यासी होकर किसी मुस्लिम से मित्रता रखता है तो उससे लाखो गुना अच्छा तो एक साधारण कुत्ता है जो कभी भी उसे रोटी खिलाने वाले के शत्रु से मित्रता नहीं करता।
सन्यासी स्वयं अपने लिये भोजन अर्जित नहीं करते बल्कि सनातन धर्मियों का समाज उन्हें अपने खून पसीने की कमाई में से कुछ अंश दान करके पालता है। कुरआन और हदीसो के अनुसार सच्चा मुसलमान वो होता है जो दुनिया के गैर मुस्लिमों के अस्तित्व को समूल नष्ट करने की शपथ कम से कम प्रतिदिन पांच बार उठाता है।
अगर दुनिया का कोई भी गैर मुस्लिम व्यक्ति अगर किसी मुस्लिम से अज्ञानता वश मित्रता कर लेता है तो यह भी उसकी अपने धर्म,अपने राष्ट्र,अपने समुदाय और अपने स्वयं के परिवार से विश्वासघात है।परंतु यदि यह कार्य अपने को सर्वज्ञ और सर्वज्ञाता कहने वाला कोई सन्यासी करता है तो यह अक्षम्य अपराध है जिसे कभी माँ और महादेव भी क्षमा नहीं कर सकते।ऐसा सन्यासी उस कोढ़ी कुत्ते से भी लाखों गुना बुरा है जो कभी भी उसे रोटी खिलाने वाले के शत्रु के साथ मित्रता का व्यवहार नहीं करता।
उन्होंने यह भी चुनौती दी कि यदि किसी सन्यासी को इस बात पर कोई संदेह है तो वह कुरआन और हदीसों पर उनसे खुलेआम शास्त्रार्थ कर सकता है। भैरव सेना के संस्थापक अध्यक्ष मोहित चौहान ने प्रदेश अध्यक्ष हिमाशु राजपुत ,जिला सह सयोजक अभिनव चौहान ,प्रदेश प्रवक्ता शुभम भारद्बाज ,मनीष धीमान ,अरूण चौहान आशु रस्तोगी सहित उपस्थित होकर हिन्दू बचाओ मोर्चा को समर्थन और सहयोग देने की शपथ ली।