यूपी में पिछड़ों में यादवों के बाद सबसे बड़ी आबादी निषाद मल्लाह साहनी और बिंदों की है जिनका संबंध किसी ना किसी रुप से पानी और मछली से है.. क्या आपको पता है आज 90% मछली व्यवसाय पर मुस्लिमों का कब्जा है ? क्यों ? क्यों कि इस व्यवसाय में मुख्तार अंसारी ने पुरे योजनाबद्ध तरीके से बहुत पैसा लगाया है और बस अपने ही वर्ग के लोगों को इसमें जमाया है
प्रदेश में तीस वर्षों तक जब केवल सपा बसपा की सरकार थी तभी इनके नेताओं ने केवल मुस्लिम वोट के लिए इस व्यवसाय पर मुस्लिमों का कब्जा होने दिया.. अब जाकर योगी सरकार इस व्यवसाय में पुन: इसमें मूल लोगों को वापस ले आ रही है
हिन्दू समाज का कोई वर्ग पिछड़ा दलित नही है यह वर्ग उद्यमी वर्ग है इस पर बस एक बार गम्भीरता से विचार और क्रियान्वयन करने की जरूरत है । तब स्वत: ही सभी उद्यमों में हिन्दुओं की वापसी हो जाएगी चाहे वह दूध घी सब्जी मझली मांस भूजा मिट्टी चमड़ा इत्यादि कोई भी व्यवसाय हो
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