अनुज अग्रवाल । एक्सिस बैंक के अधिकारियों से 40 करोड़ और अब तमिलनाडू के मुख्यमंत्री के ख़ास आदमी से 100 करोड़ रूपये और 300 किलो सोने की बरामदगी और गिरफ्तारी के बाद सरकार बड़ी संख्या में नेताओ, नोकरशाहों और बैंक कर वसूली से जुड़े अधिकारियों व प्रमुख़ पूर्व एवं वर्तमान सरकारी अधिकारियों के साथ ही कुछ प्रमुख व्यापारिक घरानों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की जा सकती है। यह संख्या सैकड़ों में है जिनके खिलाफ पूरे सबूत भी जुटाए जा चुके हें।
उत्तर प्रदेश की एक प्रमुख नेता के गोदामों में 25 हज़ार करोड़ की नकदी होने की जानकारी मिली है और दूसरे के पास इससे भी ज्यादा की नकदी मिली है। इनमे से एक के कुछ ट्रक नोट 9-10 नबंबर को ही जब्त किये जा चुके हैं। सरकार को पता चला है कि बाजार में कुछ हज़ार लोगो के पास अभी भी बहुत नकदी है और यह रिजर्व बैंक द्वारा छापी गयी करेंसी से बहुत ज्यादा है। यानि नकली नोटों के साथ ही एक नंबर के दो नोट छापकर लाखों करोड़ का बड़ा घोटाला किया गया है।अगर यह अनुमान सत्य साबित होता है तो देश में बड़ा भूचाल मचना तय है।
खबर है कि इस करेंसी पर यू पी ए के समय के रिजर्व बैंक के दो गवर्नर के नाम तो आ ही रहे हें, साथ ही तत्कालीन वित्त मंत्रियो, वित्त सचिवों और कई और अधिकारियों के नाम के खुलासे और उन पर कार्यवाही भी संभव है। मोदी सरकार के सत्ता में आते ही कुछ ही समय में अकस्मात् डॉलर के मूल्य में 8 से 10 रूपये का उछाल आया था। ख़ुफ़िया एजेंसियों का अनुमान है कि सम्भवतः यू पी ए से जुड़े नेताओ, नोकरशाहों और व्यापारिक समूहों ने भारी मात्रा में उस समय रुपयों को डॉलर में बदलवाया था और विदेश ले गए थे। इसी कारण बदहवास विपक्ष का एक धड़ा संसद में हंगामे पर उतारू है।
यह चर्चा आम है जो भी नोटबंदी के खिलाफ बोल रहा है उसके पास भारी मात्रा में असली या नकली नकदी है। मोदी सरकार में भी अनेक मंत्रियो के पास अरबो में नकदी है, जिसको ठिकाने लगाने की वो कोशिशें कर रहे हें।राजनीति के गलियारों में चर्चा है कि एक सप्ताह बाद नोटबंदी के अनेक छुपे पहलू और रहस्य उजागर होने शुरू हो जायेंगे और कई बड़े विकेट ढह सकते हें। ऐसे में विपक्ष के साथ ही सत्ता पक्ष के भी अनेक चेहरे बेनकाब हो सकते हैं। मंत्रिमंडल में भी बड़ा फेरबदल संभव है।
अगर यह बैंक मैनेजरों की मिली भगत नहीं है तो आखिर कैसे सौ करोड़ से अधिक मूल्य के नए नोट बरामद हो रहे हैं! चैन्नई में 170 करोड़ के नए नोट और 144 करोड का सोना बरामद हुआ है। सरकार तत्परता से कालाबाजारियों और बैंक मैनेजरों के नेक्सस पर प्रहार करे अन्यथा अभी तकलीफ सह कर भी समर्थन कर रही जनता का मूड उखड़ते देर नहीं लगेगी।
साभार : अनुज अग्रवाल संपादक, डायलॉग इंडिया
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SC have no business to entertain the petition.
If they have nothing better to adjudicate, they should go to Kullu / Manali on wnter vacation to enjoy snowfall.