शत्रु – बोध जो नष्ट कर रहा , वो नेता मक्कार है ;
धर्म का दुश्मन , राष्ट्र का दुश्मन , देश का वो गद्दार है ।
आतंकी – बर्बर मजहब को , शांति का मजहब बतलाता ;
हिंदू को धोखे में रखकर , गला कटा कर मरवाता ।
सावधान ! हिंदू हो जाओ , इसका कोई विश्वास नहीं ;
सबसे निचले स्तर का नेता , इससे अब कोई आस नहीं ।
हिंदू – धर्म मिटाने का , कोई छुपा हुआ एजेंडा है ;
नौटंकी – नाटक करता है , ये ही इसका हथकंडा है ।
कितना भ्रमित किया हिंदू को ? अबतो जान पे बन आई ;
अबकी बार अगर ये जीता , तो फिर पूरी शामत आई ।
हिंदू अब तक विकल्पहीन था , पर अब ऐसी बात नहीं ;
“नोटा” है ” ब्रह्मास्त्र” हमारा , जिसकी कोई काट नहीं ।
सारे ही दल धर्म – विरोधी , सड़े हुये सब दलदल हैं ;
“नोटा” की ताकत को सुनकर , पेट में उनके खलबल है ।
हर-हिंदू ये ठान चुका है , केवल “कट्टर-हिंदू” जीतेगा ;
किसी भी दल का या निर्दल हो, शतप्रतिशत ये ही जीतेगा ।
जहां न हो ऐसा प्रत्याशी , तब हर हिंदू “नोटा” ही करना ;
हिंदू का ब्रह्मास्त्र है “नोटा”,अब अनिवार्य है इसका चलना ।
पूरी तरह सुनिश्चित करके , “कट्टर-हिंदू” को ही जिताना ;
या तो जीते “कट्टर-हिंदू” , या चुनाव को निरस्त कराना ।
सौ में नब्बे चुनाव रद्द हों, इसकी चिंता मत करना ;
जो भी “कट्टर-हिंदू” जीतेंगे , उनसे ही सरकार को बनना ।
मिली – जुली सरकार बनेगी , देश की पहली हिंदूवादी ;
धर्म का शासन , न्याय का शासन , रुकेगी सारी बर्बादी ।
सारा तुष्टीकरण मिटेगा , तृप्तिकरण भी मिट जायेगा ;
अब तक छिना है जो हिंदू से, सारा वापस मिल जायेगा ।
सारे गंदे – कानून हटेंगे , संविधान आदर्श बनेगा ;
यथायोग्य व्यवहार सुनिश्चित , पक्षपात बिल्कुल न होगा ।
वामी,कामी,जिम्मी,सेक्युलर , जेहादी तब कहीं न होगा ;
“हिंदू – राष्ट्र” बनेगा भारत , धर्म से पूरा शासन होगा ।
आदर्श बनेगी न्याय – व्यवस्था , भ्रष्टाचार कहीं न होगा ;
दुराचार सब मिट जायेगा , राजदंड स्थापित होगा ।
धर्म – सनातन शीतल – छाया , पूरा विश्व शांति पायेगा ;
भारत “हिंदू-राष्ट्र” बनेगा , “राम-राज्य” आ जायेगा ।
“जय हिंदू-राष्ट्र”,रचनाकार : ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”