अर्चना कुमारी। एक नौकर ने मुंबई में फ्लैट खरीदने के लिए कारोबारी के सात वर्षीय बेटे को अगवा किए जाने के बाद मासूम को सकुशल छोड़ने के बदले 1.10 करोड़ की फिरौती की मांग की लेकिन उसे सर्विलांस की मदद से पकड़ लिया गया । पुलिस ने आरोपी नौकर की पहचान बहराइच, यूपी निवासी मोनू (21) के तौर पर की है और उसने पूछताछ में बताया है कि वह मुंबई में फ्लैट खरीदना चाहता था और इसके चलते उसने इस तरह की वारदात को अंजाम दिया।
पूछताछ में पता चला है कि पांच-छह दिन पूर्व ही कारोबारी ने मोनू को काम पर दोबारा रखा था। इस बारे में मंगलवार शाम करीब 5.39 बजे गांधी नगर थाने में बच्चे के अगवा होने की सूचना आई थी। पुलिस को ज्योति कश्यप नामक महिला ने बताया कि वह परिवार के साथ सुभाष मोहल्ले में रहती है। परिवार में पति रोहित कश्यप, दो बच्चे व अन्य सदस्य हैं। उनका कारोबार है।
ज्योति ने बताया कि 4.00 बजे उनका नौकर मोनू उनके बेटे को घुमाने पार्क में ले गया था। काफी देर तक जब वह वापस नहीं लौटा तो उन्होंने मोनू के मोबाइल पर कॉल किया तो उसका नंबर बंद आया। इसके बाद मोनू ने ज्योति को कॉल कर बताया कि समीर उसके पास है। उसकी सकुशल रिहाई चाहते हो तो 1.10 करोड़ का इंतजाम कर लो। यह सुनते ही ज्योति परेशान हो गई और उसने मामले की जानकारी पुलिस को दी।
पुलिस का कहना है कि बच्चे के अपहरण की सूचना मिलते ही 10 टीमों का गठन कर दिया गया। आरोपी के मोबाइल की आखिरी लोकेशन चेक की गई तो उसका नंबर गांधी नगर में ही बंद हो गया था। पता चला कि आरोपी ने एक अन्य नौकर का मोबाइल चोरी कर उसके नंबर से फिरौती की कॉल की थी। पुलिस ने टेक्नीकल और इंटेलिजेंस की मदद से आरोपी की पहचान के प्रयास किए।
इस बीच लगातार आरोपी परिवार को कॉल कर फिरौती मांगता रहा। पुलिस के कहने पर समीर की मां से आरोपी से फिरौती की रकम कम करने के लिए कहा गया। लेकिन आरोपी नहीं माना और अपनी मांग पर अड़ा रहा।
आरोपी ने ज्योति से कहा कि वह एक घंटे बाद उसकी कॉल का इंतजार करेगा इतने रुपयों का इंतजाम कर लेें। अभी मोनू कॉल का इंतजार कर ही रहा था कि पुलिस ने आरोपी को तीन घंटे के भीतर गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन के बाहर से दबोच लिया। उसके पास से मासूम सकुशल बरामद हो गया। पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि उसे मुंबई में एक फ्लैट खरीदना था।