आईएसडी नेटवर्क। सुशांत सिंह राजपूत की मौत का रहस्य और गहरा गया है। जिस ढंग से रोज़ नए खुलासे सामने आ रहे हैं, उससे लग रहा है कि सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान की संदिग्ध हत्या के पीछे बहुत प्रभावशाली लोग हैं। अब ऐसे तथ्य सामने आ रहे हैं कि मुंबई पुलिस कमिश्नर के पास इसका कोई जवाब नहीं है। दो माह पूर्व सुशांत की संदिग्ध हत्या हुई थी और आज तक मुंबई पुलिस ने इस प्रकरण में एफआईआर दर्ज नहीं की है। शनिवार को सुशांत के एक दोस्त ने ये कहकर धमाका कर दिया कि वे सुशांत के हत्यारों के बारे में पक्की जानकारी रखते हैं। इस बीच एक नया वीडियो वायरल हुआ है। इसमें एक युवक और एक युवती क्राइम सीन पर संदेहास्पद तरीके से देखे गए हैं।
सुशांत की हत्या के अगले दिन सुबह जब पुलिस क्राइम सीन पर मौजूद थी तो दो लोगों को वहां संदेहास्पद अवस्था में देखा गया था। उस सुबह का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमे एक युवा और एक लड़की क्राइम सीन पर दिखाई दिए थे। युवा का नाम दीपेश सावंत बताया जा रहा है।
दीपेश सुशांत का सीए था और मौत से एक दिन पहले और एक दिन बाद उसे सुशांत के घर देखा गया था। वीडियो में दीपेश मास्क लगाए दिखाई दिया है। वह पुलिस की उपस्थिति में सुशांत के घर के भीतर गया और बाहर लौटा तो उसके हाथ में एक काला बैग था। कुछ देर बाद दीपेश पुनः प्रकट होता है और स्ट्रेचर के साथ चलने लगता है।
अबकी बार उसके हाथ में वह काले रंग का रहस्यमयी बैग नहीं होता। पुलिस इस व्यक्ति को नहीं रोकती और न पूछताछ करती है। तभी वहां नीली टीशर्ट पहने एक युवती मास्क पहने प्रकट होती है। लड़की की बॉडी लैंग्वेज बता रही है कि वह घबराई हुई है। वह लड़की दीपेश से कुछ बात करती है और लगभग दौड़ते हुए चैनल गेट खोलकर सुशांत के फ़्लैट में घुसती है। क्राइम सीन से महत्वपूर्ण सामान पुलिस की मौजूदगी में ले जाया गया और पुलिसकर्मी चुपचाप खड़े रहे।
इस वीडियो से पता चलता है कि संभवतः कुछ ऐसे प्रमाण उस बैग में रखकर ले जाए गए, जो सुशांत की हत्या की जाँच में बहुत अहम साबित हो सकते थे। मुंबई पुलिस कमिश्नर को अब कई सवालों का जवाब देना होगा। सबसे अहम सवाल तो यही है कि क्राइम सीन में इन दोनों को घुसने कैसे दिया गया।
वहां खड़े पुलिसकर्मियों पर क्या इस बात का दबाव था कि इन दोनों संदिग्ध लोगों को रोका न जाए। कमिश्नर इस बात का भी जवाब दें कि सुशांत प्रकरण में एफआईआर किये बगैर पुलिस ने जाँच कैसे कर ली। नियमानुसार ये जाँच अवैधानिक ही कही जाएगी।
ये नया वीडियो कमिश्नर साहब के गले की हड्डी बन गया है। निश्चित ही सारे मामले को दबाने की पुख्ता कोशिशें की गई थी लेकिन फिर भी इस केस के कुछ धागे बाहर छूट गए, जो मुंबई पुलिस की तकलीफ बढ़ा रहे हैं।
सुशांत के ख़ास दोस्त गणेश हिवारकर ने शनिवार को एक टीवी चैनल पर बड़ा खुलासा किया। गणेश ने लाइव कहा कि वे 13 जून की पार्टी में शामिल हुए लोगों के नाम जानते हैं। गणेश को जान का खतरा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि कुछ नकाबपोश रॉड लेकर उन्हें मारने आए थे।
पुलिस को कॉल किया, इसके बावजूद पुलिस नहीं आई। उनका कहना है कि सुशांत के एक अन्य दोस्त ने बताया कि उस रात उन्हें मारने के लिए पांच से छह लोग गए थे। गणेश ये बात सीबीआई के सामने कहने के लिए भी तैयार हैं। हत्यारे जानते थे कि सुशांत शारीरिक रूप से मजबूत हैं और वे एक दो के काबू में नहीं आएँगे। गणेश हिवारकर का ये दावा सनसनीखेज है। गणेश ने कहा सुशांत किसी से नहीं डरते थे। उन्होंने संदीप सिंह को बता दिया था कि वे दिशा की मौत को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे।