अर्चना कुमारी । जफर हाशमी शातिर प्रवृत्ति का है और उसने नागरिक संशोधन कानून विधेयक के विरोध में भी कानपुर में हंगामा खड़ा कर दिया था । उसके देश विरोधी संस्था पीपुल्स फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से भी संबंध है। अंदेशा है कि पीएफआई के कहने पर ही उसने कानपुर में सुनियोजित तरीके से दंगे कराने की कोशिश की और उसे अब लखनऊ के हजरतगंज से गिरफ्तार किया गया ।
कानपुर हिंसा को लेकर जफर हाशमी समेत 30 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कई अन्य फरार आरोपियों को तलाशा जा रहा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सभी आरोपियों पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी और उनके अवैध संपत्ति पर बुलडोजर भी चलेगा । यूपी पुलिस का कहना है कि कानपुर की दंगा सुनियोजित तरीके से कराई गई थी और इसके लिए शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद भीड़ को उकसाया गया था । बताते हैं कानपुर बवाल में पीएफआई का भी हाथ है।
जुमे की नमाज के बाद प्लानिंग के साथ नयी सड़क और यतीमखाना समेत कई इलाकों में हिंसा को हवा दी गई। जांच में पता चला इस घटना को लेकर मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी की मुख्य भूमिका है । उसकी निशानदेही पर हयात ज़फ़र, जावेद अहमद, मोहम्मद राहिद, मोहम्मद सुफियान आदि को भी गिरफ्तार किया गया।
इनमें से लखनऊ में जावेद पोर्टल चलाता है। ये सभी लखनऊ में जावेद के चैनल के दफ़्तर में छुपे हुए थे। इनके पास से मोबाइल मिले हैं। जिनके पीएफआई से जुड़े होने को लेकर जांच की जा रही है। इस मामले को लेकर कई प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है जबकि उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं किया जाएगा।
सूत्रों का दावा है कि कानपुर हिंसा में 1000 लोगों पर केस दर्ज हो सकता है, एक – एक आरोपी की गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। इस बीच शायर मुनव्वर राणा की बेटी सुमैया राणा भी हिंसा को बढ़ावा देने के लिए अपने घर से निकलने वाली थी, लेकिन उसे नजर बंद कर दिया गया। सुमैया राणा कानपुर मामले को लेकर प्रदर्शन करने की फिराक में थी। लखनऊ कैसरबाग में सिल्वर हाइट अपार्टमेंट में सुमैया राणा का फ्लैट है और इस अपार्टमेंट के बाहर भारी पुलिस बल तैनात है।
गौरतलब है कि पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान को लेकर नुपुर शर्मा के खिलाफ मुस्लिम सड़क पर उतर कर उत्तर प्रदेश को अशांत करने की कोशिश में जुटे हैं और इस बीच भारतीय जनता पार्टी ने विवादास्पद बयान को लेकर अपने ही नेता नूपुर शर्मा को प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर बलि ले ली ताकि मुस्लिम चरमपंथी खुश हो जाए ।
सूत्रों का दावा है कानपुर हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस हर एक पहलू की जांच कर रही है और उत्तर प्रदेश पुलिस का कहना है कि हर संगठन के कनेक्शन को खंगाला जा रहा है। इसके तहत आरोपियों के बैंक अकाउंट की भी डिटेल निकालकर यह पता लगाने की कोशिश की जाएगी कि इनकी फंडिंग कहां से की गई।