अर्चना कुमारी। असम- मिजोरम सीमा पर अशांति फैली हुई है और असम सरकार द्वारा छेड़े गए ड्रग माफियाओं के खिलाफ अभियान को इसका जिम्मेदार माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि मिजो माफिया और उनके जघन्य अपराध अब एक एक कर उजागर हो रहे हैं। खासकर हेमंत बिस्वा शर्मा के मुख्यमंत्री बनने के बाद असम पुलिस द्वारा शुरू किए गए ड्रग विरोधी अभियान ने मिजोरम में ड्रग और सुपारी माफिया को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है।
इसके बाद मिजो माफिया स्थानीय असामाजिक तत्वों के साथ मिलकर अशांति फैलाने में जुटी हुई है। दुनिया जानती है कि मिजोरम भारत में म्यांमार से अवैध नशीले पदार्थों का प्रवेश द्वार है। जबकि मिजोरम से सटे असम ने इन ड्रग कार्टेल के खिलाफ अभियान शुरू किया, जिसके चलते अशांति फैलाई जा रही है। असम सरकार का मानना है कि असम- मिजोरम सीमा विवाद की आड़ में हिंसक माहौल बनाकर ड्रग माफियाओं की दबिश से निजात पाने का माहौल तैयार किया जा रहा है।
लेकिन असम सरकार ड्रग माफियाओं के खिलाफ अभियान जारी रखेगा । आपको पता ही होगा कि असम-मिजोरम सीमा क्षेत्र में ड्रग्स तस्करी बड़ी समस्या है और ड्रग माफिया के खिलाफ असम ने खास अभियान चलाया है, जिसके बाद इस अशांति के पीछे ड्रग माफियाओं का हाथ हो सकता है । जब से राज्य में हिंमता बिस्वा शर्मा ने मुख्यमंत्री पद संभाला है,उन्होंने बॉर्डर एरिया वाले इलाके में ड्रग माफियाओं के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया है।
इसमें कई माफिया गिरफ्तार हुए तो कुछ पुलिस मुठभेड़ में मारे गये। इसी कार्रवाई से हड़बड़ा कर बॉर्डर एरिया में माफियाओं ने स्थानीय लोकल लोगों की मदद से अशांति फैलाने की कोशिश कर रहे हैं । मिजोरम क्षेत्र के प्रशासन खासकर पुलिस की भी इसमें मिलीभगत होने की आशंका है । असम-मिजोरम सीमा क्षेत्र में तस्करी सिर्फ ड्रग की नहीं बल्कि हर जरूरत की चीजों की तस्करी म्यांमार से करते हैं, जिससे उस इलाके में राज्यों की बड़ी राजस्व हानि हो रही है। दरअसल मिजोरम म्यांमार सीमा से सटा हुआ है।
जबकि इस सीमा का उपयोग भारत में ड्रग तस्करी के लिए किया जाता रहा है। जब असम ने ड्रग माफिया के खिलाफ अभियान चलाया तो इनकी कमर टूट गई। इस महीने की शुरुआत में असम पुलिस ने 32 किलो हेरोइन बरामद की थी जो हाल के साल की सबसे बड़ी दबिश मानी जा रही है। आशंका है कि माफियाओं का नेटवर्क उखड़ने लगा तो सीमा पर अशांति फैलाने की कोशिश की गई।
गौरतलब है कि लंबे समय से सुलग रहा असम और मिजोरम के बीच सीमा विवाद सोमवार को भयानक हिंसा के रूप में सामने आया था और सीमा पर हुई झड़प में असम पुलिस के 6 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद सोशल मीडिया पर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री भिड़ गए। मिज़ोरम के मुख्यमंत्री ज़ोरामथांगा और असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा दोनों एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते नज़र आए।
शायद भारतीय इतिहास में इससे पहले दो पड़ोसी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के बीच ऐसी स्थिति देखने को ना मिली हो। जबकि इस घटना से महज़ एक दिन पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शिलांग में सातों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से मिले थे और इनके बीच हुई बैठक में सीमा विवाद भी एक मुद्दा था