अर्चना कुमारी। देश के राजधानी में चाय-समोसे बेचने वाला एक शख्स रातो रात उत्तर प्रदेश पुलिस का इंस्पेक्टर बन गया। यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर की वर्दी पहनकर रौब झाड़ रहा इस्पेक्टर से जब पीसीआर कर्मियों ने उसे रोककर बातचीत की तो और वह रौब झाड़ने लगा। बताया जाता है कि आरोपी ने वर्दी पर लगे सितारे और नेमप्लेट गलत लगाई हुई थी।
इसके बाद शातिर शख्स को पूछताछ के लिए उसे थाने लाया गया। आरोपी के पास से एक हिन्दी दैनिक का आईकार्ड, वीआईपी लिखा आईकार्ड और यूपी पुलिस की एक वर्दी बरामद हुई है। आरोपी की पहचान गांव सुदानीपुर-खुर्द, छिबय्या, झुंसी प्रयागराज, यूपी निवासी जय सिंह यादव (49) के रूप में हुई है। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी पिछले करीब सात माह से नरेला इलाके में किराए के मकान में रह रहा था ।
वह लोगों पर रौब झड़ने के लिए खुद को यूपी पुलिस का इंस्पेक्टर बताता था। दरअसल यह मामला है उत्तर पश्चिम जिले के भलस्वा डेरी इलाके का जहां पीसीआर पर तैनात एएसआई प्रमोद कुमार 15 अगस्त को प्रवेश के साथ राउंड पर था। बताया जाता है स्वतंत्रता दिवस समारोह को लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था के तहत दोनों पुलिसकर्मी पीसीआर वैन से गुरुद्वारा गुरुनानक देव कालोनी से भलस्वा की ओर जा रहे थे।
लिबासपुर अंडरपास के पास दोनों ने एक यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर को खड़े देखा। वह फोन पर लगातार किसी से बात कर रहा था। कुछ देर बाद दोनों वापस आए तो यूपी पुलिस का इंस्पेक्टर वहीं खड़ा था। दोनों ने उसके पास पीसीआर रोकी और उससे बातचीत करने लगे। आरोपी खुद को यूपी पुलिस का इंस्पेक्टर बताने लगा। उसने यह भी बताया कि वह सरकारी काम से नरेला जा रहा है।
प्रमोद ने आरोपी की वर्दी देखी तो उसके एक कंधे पर वर्दी का स्टार उल्टा लगा था। इसके अलावा नेमप्लेट भी गलत थी। शक होने पर पीसीआर के जवानों ने आरोपी से आईकार्ड दिखाने के लिए कहा तो वह आना-कानी करने लगा और इधर-उधर की बात बनाने लगा। हालांकि दबाव बनाने पर आरोपी ने एक आईकार्ड निकाला, उस पर एक एक हिन्दी दैनिक का नाम लिखा हुआ था।
आईकार्ड पर भी धुंधली छपाई थी। शक होने पर प्रमोद ने पीसीआर कॉल कर आरोपी को गाड़ी में बिठा लिया। इसके बाद वह उसे लेकर भलस्वा थाने पहुंचा। आरोपी के पास से वीआईपी लिखा एक और कार्ड बरामद हुआ। पूछताछ करने पर आरोपी ने बताया कि वह प्रयागराज बस स्टैंड पर समोसे और चाय की रेहड़ी लगाता है। लेकिन इसके बाद वह दिल्ली आ कर ठगी का रैकेट करने लगा।