अर्चना कुमारी- पहले मुस्लिम और अब सिख धर्म से संबंधित बताने की कथित तौर पर मुहिम चल रही है ,उस महिला के लिए जिसके साथ गणतंत्र दिवस के दिन देश के राजधानी में हैवानियत की गई थी ।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि कस्तूरबा नगर इलाके में 26 जनवरी को महिला के साथ हुई हैवानियत के मामले में इन दिनों राजनीति हो रही है। अब सोशल मीडिया पर पीड़ित महिला के सिख होने की बात कर मामले को सांप्रदायिक तूल देने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन पीड़ित परिवार के सदस्य खुद को भेरकूट जाति और हिन्दू होने की बात कर रहे हैं, वैसे चर्चा है कि उसने कुछ साल पहले अपना धर्म परिवर्तन किया था लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की गई। फिलहाल तनावपूर्ण हालात को देखते हुए पुलिस ने पूरे कस्तूरबा नगर इलाके की नाकाबंदी कर धारा-144 लगा दी है।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि सोशल मीडिया पर कुछ शरारती तत्वों ने मामले को सांप्रदायिक रंग देने के लिए महिला को अल्पसंख्यक बताया। माना जा रहा है पहले इस लड़की को मुस्लिम कहने का प्रयास किया गया बाद में लड़की को सिख बताकर उसके साथ जुल्म की बात शुरू कर दी गई।
इसमें कुछ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगठन भी शामिल हो गए, जो महिला से सहानुभूति जताते हुए दिल्ली पुलिस तथा केंद्र सरकार के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि पंजाब चुनाव में इस घटना का इस्तेमाल किया जा रहा है। पंजाब चुनाव में इसका बदला लेने की बात कही जा रही है और बीजेपी को इसका टारगेट किया गया है। सोशल मीडिया पर हुए दुष्प्रचार के बाद पुलिस को सामने आकर ऐसा न करने के लिए कहा गया।
पुलिस ने सख्त एक्शन लेते हुए गलत बयानी करने वाले तीन लोगों के खिलाफ मामले भी दर्ज कर लिया। इस बीच सोशल मीडिया पर हुए दुष्प्रचार के बाद बसों में सवार होकर 100-150 सिख निहंग कस्तूरबा नगर इलाके में पहुंच गए। सूत्रों का कहना है कि सभी पंजाब से दिल्ली पहुंचे थे। इसकी जानकारी जब पुलिस को हुई तब मौके पर पहुंची पुलिस अधिकारियों ने सभी को समझा-बुझाकर वापस चलता कर दिया।
रात को सभी निहंग आसपास के गुरुद्वारों में रुक गए थे। इलाके में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए रात में ही पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी गई। इस बीच पीड़िता की बहन और उसके नाना के वीडियो ट्वीट कर उसके हिन्दू होने की जानकारी मीडिया को दी और माना जा रहा है कि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस तरह का बयान दिलवाया है। पुलिस ने पीड़िता के परिवार की मीडिया के मिलने से पाबंदी लगा दी है। अब पुलिस ने पीड़िता के परिवार के घर के बाहर पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया है।