श्वेता पुरोहित-
भगवान् कृष्ण ने यमुना के भीतर निवास करने वाले कालिय नाग का मर्दन किया था, यह बात भारतवासी खूब जानते हैं। बाल कृष्ण लीलाओं का यह एक महत्त्वपूर्ण अंग है।
यूनानी कथा के अनुसार सुनहरे सेबों के बगीचे के रक्षक कालिय नाग (यूनानी नाम ड्रेगन या ड्रेको) का मर्दन किया था हर्क्युलिस ने। हर्क्युलिस यूनान का शक्ति व सौन्दर्य का सम्मिश्रित देवता है। हमारे यहाँ भी शक्ति, शील व सौन्दर्य की पराकाष्ठा अवतारों में समवेत रूप में देखी जाती है।
वास्तव में कालिय मण्डल या शिशुमार मण्डल ही ध्रुवतारा मण्डल (लघु सप्तर्षि) को तीन तरफ से लपेटे हुए है। इस मण्डल के तारे धुँधले होने से इन्हें यमुना के नीले जल के समान रंग वाले आकाश में जलमग्न मान लिया गया था। इसके मर्दन में शक्ति व सौन्दर्य का चरम रूप ही समर्थ हुआ, यह बात दोनों देशों में समान है। हर्क्युलिस भी एक तारामण्डल ही है तथा भगवान् कृष्ण को तो विराट् पुरुष या ब्रह्माण्ड पुरुष वेदों में बताया ही गया है।
जय श्री कृष्ण 🙏🌷