विपुल रेगे। महाराष्ट्र में सिनेमाघर खुलने जा रहे हैं। इसे ऐसे प्रचारित किया जा रहा है, मानो देशभर में सिनेमा अभी खुल रहे हो। मीडिया ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की प्रशंसा में गीत गाना शुरु कर दिया है। उधर अक्षय कुमार भी मुख्यमंत्री जी की शान में कसीदे पढ़ रहे हैं। चूँकि महाराष्ट्र शेष भारत से अलग स्थान रखता है, इसलिए यहाँ जो भी होता है, विशेष होता है।
अक्षय कुमार की फिल्म ‘सूर्यवंशी’ लगभग एक वर्ष से प्रदर्शन की प्रतीक्षा कर रही थी। कोरोना न होता तो इसे प्रदर्शित हुए एक वर्ष हो चुका होता। अब भी फिल्म को रिलीज के लिए बहुत दिन प्रतीक्षा करनी होगी क्योंकि इसकी रिलीज अगले वर्ष मार्च में होनी है। निर्देशक रोहित शेट्टी की इस फिल्म के साथ समस्या ये है कि ये ओवरबजट हो चुकी है। बहुत दिन रिलीज की प्रतीक्षा के कारण निर्माताओं पर अतिरिक्त ब्याज़ चढ़ चुका है।
ऐसे ही हॉलीवुड की एक बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘ नो टाइम टू डाई’ के साथ भी हुआ है। ये फिल्म भी पिछले वर्ष से रिलीज की राह देख रही है। जेम्स बॉन्ड की इस फिल्म का बजट भी बहुत अधिक हो चुका है। हालाँकि बॉन्ड फिल्म अपनी लागत वसूल कर लेगी, उसमे इतना कंटेंट है। प्रश्न उठता है कि ओवरबजट हो चुकी ‘सूर्यवंशी’ अपनी महंगी लागत वसूल कर लाभ कमा सकेगी ? वह भी उन परिस्थितियों में, जब बॉलीवुड के लिए लोगों में जबरदस्त आक्रोश देखा जा रहा है।
अक्षय कुमार की हालिया प्रदर्शित फिल्म ‘बेलबॉटम’ बॉक्स ऑफिस पर बहुत नरम रही है। सूर्यवंशी में अजय देवगन भी दिखाई देंगे। आज देवगन भी सफलता की गारंटी नहीं कहे जा सकते हैं। उनकी पिछली फिल्म ‘भुज -द प्राइड ऑफ़ इंडिया ‘ बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई थी। मुझे ये समझ नहीं आता कि महाराष्ट्र में सिनेमाघर खुलने से अक्षय कुमार की ये फिल्म सुपरहिट हो जाएगी क्या ?
फिल्म के कंटेंट की भी बात कर ली जाए तो अच्छा रहेगा। छत्तीसगढ़ के एक पुलिस प्रमुख ने अक्षय कुमार को सूर्यवंशी के एक दृश्य के लिए आड़ेहाथ ले लिया है। उन्होंने इस बात पर आपत्ति ली है कि इस दृश्य में सीनियर अधिकारी एक जूनियर के सामने खड़े हुए हैं। जूनियर शान से टेबल पर बैठा है। जूनियर रणवीर सिंह इन दिनों सुपर सितारा है, शायद इस कारण ऐसा किया गया हो।
खैर रोहित शेट्टी की फिल्म में आप तर्क खोजने जाएंगे, तो कुछ न मिलेगा पुलिस कप्तान साहेब। कुल मिलाकर सूर्यवंशी का मार्ग निष्कंटक नहीं होने वाला है। यदि लोग इस समय बॉलीवुड से घृणा नहीं कर रहे होते, तो भी ओवरबजट हो जाने के कारण इसे सफल कराने के लिए रोहित शेट्टी को बहुत पापड़ बेलने पड़ते।