चरित्र का सद्गुण परमावश्यक , वो ही राष्ट्र बचाता है ;
वामी ,कामी ,जिम्मी ,सेक्युलर , ये तो राष्ट्र डुबोता है ।
चरित्र का संकट बहुत बड़ा है , राष्ट्र बहुत है खतरे में ;
कमजोर नसों वाले हैं नेता , ये सब गुंडो के कब्जे में ।
चरित्र हमेशा धर्म से बनता , चरित्रहीन सब सेक्युलर हैं ;
ये ही वामी , कामी , जिम्मी, सारे राष्ट्र के दुश्मन हैं ।
पहला चरित्रहीन नेता था , मोहनदास करमचंद गांधी ;
दुश्मन नंबर एक राष्ट्र का , अब उसके चेलों की आंधी ।
ज्यादातर तो चरित्रहीन हैं , क्या अफसर क्या नेता ;
राष्ट्र की सेवा कुछ न करता , बल्कि सारी मेवा खाता ।
सारे के सारे हैं कायर , गुंडों से लड़ने से डरते हैं ;
होते रहते शाहीन बाग व रोड जाम होते रहते हैं ।
रोड जाम खुलवा न पाये , अब राष्ट्र जाम करवायेंगे ;
जैसे – तैसे राष्ट्र बचा है , अब उसको भी मिटवायेंगे ।
पता नहीं क्यों है कायरता ? भारत ऐसा कभी नहीं था ;
ये सब गांधी की साजिश है , वरना ये भय कहीं नहीं था ।
हिंदू इस साजिश को समझें ,अब सच्चे इतिहास को जानें ;
सोशल मीडिया मददगार है,सच्चे इतिहास को उससे जानें।
सच्चा इतिहास जानेगा हिंदू, साहस- शौर्य भी आ जायेगा ;
शौर्य का कोई विकल्प नहीं है ,राष्ट्र का दुश्मन तब हारेगा ।
हिंदू ताकत बनकर उभरें , चरित्र की ताकत सबसे बड़ी है ;
चरित्रवान तब नेता होंगे , राष्ट्र की सबसे बड़ी कड़ी है ।
चरित्रवान हों नेता – अफसर , सदा राष्ट्र का भला करें ;
धर्म – सनातन की अग्नि में , राष्ट्रद्रोह सब जला करे ।
वामी ,कामी , जिम्मी, सेक्युलर ,चरित्रहीन ,सारे मक्कार ;
इनका नामोनिशां मिटेगा , कोई नहीं बने गद्दार ।
धर्म – सनातन राह पर चलकर , सारा भ्रष्टाचार हटेगा ;
भ्रष्टाचार हटेगा सारा , सारा अत्याचार मिटेगा ।
धर्म – सनातन की शक्ति से , सारे संकट दूर हटाओ ;
सदा सर्वदा जो रहा है भारत , फिर से हिंदू- राष्ट्र बनाओ ।
हिंदू – राष्ट्र बनेगा भारत , परम – लक्ष्य पा जायेगा ;
किसी का भी शोषण न होगा , रामराज्य आ जायेगा ।
रामराज्य कानून का शासन , गुंडागर्दी नहीं बचेगी ;
दानवता बिल्कुल न होगी व मानवता बची रहेगी ।
“वंदेमातरम-जयहिंद”
रचयिता:ब्रजेश सिंह सेंगर “विधिज्ञ”