अर्चना कुमारी । कंझावला हादसे में मरी लड़की के साथ रेप की पुष्टि नहीं हुई और खुलासा हुआ है कि उसने शराब का सेवन नहीं किया था। दावा है कि फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अधार पर यह दावा किया गया । अब सवाल यह है कि यदि मृतका ने शराब नहीं पी रखी थी तो फिर उसके दोस्त ने झूठ क्यों बोला था ।
मृतका की दोस्त ने दावा किया था कि उसकी सहेली ने घटना से पूर्व हद से ज्यादा शराब पी ली थी लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ऐसा कुछ नहीं आया। सूत्रों ने दावा किया कि मृतका के गुप्तांगों पर चोट के कोई निशान नहीं थे।
युवती को कार से टक्कर मारने के बाद कई किलोमीटर तक घसीटा गया, उसकी मौत सिर, रीढ की हड्डी और निचले अंगों में चोट लगने के परिणामस्वरूप अधिक खून बहने तथा आघात पहुंचने के चलते हुई। इस तरह के खुलासे के बाद अंजलि मृतक कि दोस्त निधि भी बुरी तरह फंसती नजर आ रही है ,इस बीच इस मामले को लेकर दो सीसीटीवी फुटेज हाथ लगे है, जिसमें मृतका की सहेली हादसे के बाद अपने घर जाने के बजाय पड़ोसी के घर गई थी।
इस पर उसका जबाब था कि वह पड़ोसी के घर चार्जिग के लिए गई थी। जबकि एक अन्य फुटेज वायरल हो रहा है , जिसमें साफ देखा जा सकता है जिस कार से लड़की को घसीटा जा रहा है, उस दौरान पीसीआर की गाड़ी भी उस मार्ग से गुजरी थी लेकिन पीसीआर ने न तो कार का पीछा किया और ना ही कार में फंसी लड़की की मदद की थी। सूत्रों का कहना है कि मृतका की सहेली के परस्पर विरोधी बयान के चलते वह संदेह के घेरे में है ।
इस बीच फोरसिंक टीम एक बार फिर सुल्तानपुरी थाने पहुंची और आरोपियों के कार के साथ साथ पीड़ित की स्कूटी से सबूत उठाए। कार के निचले हिस्से में खून के धब्बे मिले है जबकि घटना के वक्त उसके कार के भीतर होने के कोई सबूत नहीं मिले है। इस बीच पुलिस सूत्रों का दावा है कि दिल्ली में एक कार से टक्कर के बाद 12 किलोमीटर तक घसीटे जाने की वजह से जान गंवाने वाली युवती के पारिवारिक चिकित्सक ने उसकी सहेली के दावे को खारिज कर दिया कि उसने घटना वाली रात बहुत शराब पी रखी थी।
डॉ भूपेश ने कहा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, पेट के अंदर खाना था। यदि उसने शराब पी रखी होती, तो रिपोर्ट में एक रसायन की मौजूदगी का जिक्र होता। रिपोर्ट में कहा गया है कि (पेट के अंदर) केवल भोजन का पता चला है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, उसे 40 चोटें आई थीं।
पीड़ित की सहेली ने पहले कहा था कि युवती को अपनी कार से घसीटने के आरोपी पांच व्यक्तियों ने जानबूझकर उसे मार डाला क्योंकि वे यह जानने के बावजूद गाड़ी चलाते रहे कि वह वाहन के नीचे फंसी हुई है। अंजलि की सहेली ने उस भयावह रात को याद करते हुए ने कहा कि वे नए साल की पूर्व संध्या पर एक होटल में कुछ दोस्तों से मिलने गए थे और आरोप लगाया है कि पार्टी के बाद नशे में होने के बावजूद अंजलि स्कूटी चलाना चाहती थी।
पुलिस को अंजलि की सहेली का पता सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद चला था। अन्य चश्मदीद गवाहों के विपरीत, अंजलि की सहेली ने दावा किया कि उस कार में कोई संगीत नहीं चल रहा था जिसने उन्हें टक्कर मारी और दावा किया कि चालक को पता था कि अंजलि पहियों के नीचे घिसट रही है। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) प्रमुख स्वाति मालीवाल ने पीड़िता को बदनाम करने के प्रति आगाह किया और सहेली के दावों की जांच की मांग की।