विपुल रेगे। घटोत्कच महाभारत के प्रमुख पात्रों में से एक था। वह भीम और उनकी पत्नी हिडिम्बा से जन्मा था। सुखद आश्चर्य की बात है कि इंडोनेशिया जैसे देश में घटोत्कच पर एक एक्शन फिल्म बनाई गई। जो रचनात्मक कार्य भारत की ओर से बहुत पहले हो जाना चाहिए था, वह इंडोनेशिया जैसे छोटे से देश की फिल्म इंडस्ट्री ने कर दिया। महाभारत कथाओं का महासागर है। इसमें इतनी कथाएं हैं कि फ़िल्में बनाने जाए तो दशकों तक कहानियां समाप्त नहीं होंगी।
‘क्षत्रिय देव घटोत्कच’ इंडोनेशियाई निर्देशक Hanung Bramantyo द्वारा बनाई गई है। ये महाभारत युद्ध पर आधारित कहानी है। स्क्रिप्ट बड़ी ही रोचक है। इस स्क्रिप्ट में पिछले कुछ वर्षों से संपूर्ण विश्व में चल रही एक भविष्वाणी का एसेंस है। भविष्यवाणी ये है कि एक बार पुनः आधुनिक महाभारत होगी। इस महाभारत में एक बार फिर कौरव और पांडव लड़ेंगे। ये कौरव और पांडव आधुनिक युग में अपनी पहचान बदलकर रह रहे हैं।
ऐसी ही कहानी ‘क्षत्रिय देव घटोत्कच’ की है। कौरवों के वंशज पांडवों को खोज खोजकर मार रहे हैं। युदा (योद्धा) घटोत्कच का वंशज है लेकिन अपनी वंशानुगत शक्तियों से बेखबर है। शताब्दियों से जीवित अश्वत्थामा कौरवों को शक्ति दे रहा है ताकि वे पांडवों के सभी वंशजों को मार दे। फिल्म के सभी पात्रों के नामों पर गौर कीजिये। आर्या लक्षणा, धनंजय, अरिम्बी, रात्रि, शिखंडी।
ये नाम महाभारत से ही लिए गए हैं लेकिन उनका उच्चारण इंडोनेशियाई है। वे पांडव को ‘पंडावा’ और कौरवों को ‘कुरावा’ कहते हैं। इसलिए नामों के उच्चारण में कुछ गड़बड़ है। हालाँकि तकनीकी रुप से फिल्म बहुत बेहतर बनी है। जिस ढंग से महाभारत को वर्तमान समय में प्रयोग किया गया है, वह प्रशंसनीय है। युवा दर्शकों को महाभारत से जोड़ने के ऐसे प्रयोग भारत में भी किये जा सकते हैं।
इस तरह के प्रयोग की उम्मीद दक्षिण भारतीय सिनेमा उद्योग से अवश्य बनती है। नाराणयास्त्र और वृजमुष्टि को कथा में बहुत सुंदर ढंग से मोल्ड किया गया है। कहानी धाराप्रवाह चलती है। शुरुआती बीस मिनट में दर्शक को कथा से एंगेज होने में समय लगता है क्योंकि वे महाभारत के पांडव-कौरव की लड़ाई आधुनिक युग में देख रहे हैं। ये एक स्वस्थ मनोरंजन वाली फिल्म है। इसे आप बेहिचक परिवार के साथ देख सकते हैं।
परिवार का बच्चा इसे देखने के बाद महाभारत के विषय में कई सवाल पूछ सकता है। क्या हम भारत में भी ऐसी बहुत सी फ़िल्में नहीं चाहते। अवश्य देखिये। ये फिल्म आपको नेटफ्लिक्स पर हिन्दी भाषा में देखने को मिल सकती है। ये इंडोनेशियाई सुपरहीरो आपको अपना सा लगेगा।